प्राणी सेवा से ज्योतिषीय उपाय
अच्छे संस्कार हमारे जीवन को ही आसान नहीं बनाते हैं, ये कुण्डली के कई दोषों के ज्योतिषीय उपाय भी हैं । सुबह उठ कर...
बच्चा गरीब का
माँ-बाप की मजबूरियां समझ जाता है,
बच्चा गरीब का जल्दी बड़ा हो जाता है,
अँधेरी है ऐसी जीवन में उसके आती,
उड़ा ले जाती बचपन उसका और...
एक दृश्य – खंडित भारत
माना भारत के कर दें टुकड़े चार,
तो क्या बँट जाएगा भारत माता का प्यार.
हो जाएं कितने भी बच्चे, माँ प्यार सभी को देती है
जैसे...
तुमसे जो ऑंखें थी
तुमसे जो ऑंखें थी,
वो बस रही है यही.
तुम यु ही ज़िंदा हो ,
इन् लफ़्ज़ों में कही .
होती जो तुमसे थी,
बातें वो ही, तो थी
अब...
कायरता की दास्तां कुछ यूँ बयां करते वो पल
बहते हुए से आंसू और रक्त-लिप्त शव
कुछ क्षण की कहानी सुनाते , वे सूखे हुए लव
कायरता की दस्ता कुछ यूँ बयां करते वो पल
जहा नफरत...
सुकून-ए-इंसानियत
ज़िंदा है हम पर मौत का इंतज़ार हम करते से हैं
गुजारते से हैं जिंदगी, जीते नहीं
वक़्त बदलता है, ऋतुएँ गुज़र सी रही है
पर हम...
बरसे अब तो बादल
हुई जब काले घने बादलो में गड़गड़ाहट,
घोसलो में जाते पंछियों में हुई चहचहाहट।
देख कड़कती आसमानी बिजली की चमचमाहट,
कच्ची छत, मेहनत-कश गरीब को हुई घबराहट।
बोई...
बचपन
याद है वो रंगीला बचपन
हर चीज़ से करते शरारत पलपल,
कोई चिंता नहीं थी ना किसी का ध्यान,
जो करना वो करते थे वो सरेआम,
याद है...
परिवार का साथ
प्रस्तुत पक्तियों में कवियत्री समाज को परिवार का महत्व समझा रही हैं। वह समाज को इन पक्तियों द्वारा ये समझाना चाहतीं हैं कि परिवार...
हर इंसान अकेला ही तो होता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवयत्री समाज को अपना साथ न छोड़ने की प्रेरणा दे रही है वह चाहती है हर इंसान अपना दोस्त बन कर...