गरीब और अपराध
वक़्त थमता नहीं कभी किसी के लिए,
समझ नहीं आता अब ज़िन्दगी को कैसे जिएं,
एक पल में हंसना, एक पल में रोना,
वक़्त ही सिखाता है,...
मर्द को भी दर्द होता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवयत्री समाज को पुरषों का दर्द बता रही है वह सोचती है कि जीवन में ऐसे बहुत से ख़ुशी के पल...
समय के महत्व को समझें
प्रस्तुत पक्तियो में कवियत्री दुनियां से याचना कर रही है कि वह समय की कीमत को समझे. दुनियां ये जाने की समय बहुत ही...
पथिक चला पश्चिम की ओर
अम्बर हो चला वर्ण रक्तिम
क्षितिज पर है बिखरी रश्मि अंतिम
अग्रसर अपने गंतव्य को
पूर्ण कर अपने कर्त्तव्य को
तिमिरमान कर नभ का छोर
पथिक चला पश्चिम की...
भारत की राजनीति
भारत की राजनीति मे,
इस बार हलचल मच जाने से,
हर व्यक्ति विशेष हैरान......सा क्यूं है???
कुर्सी कैसे पलट गई,
समझ नहीं आ रहा किसी को,
विपक्षी नेता इतना...
घमंडी और ज्ञानी में अंतर
प्रस्तुत पक्तियों में कवियत्री ज्ञानी जनो के गुणों का वर्णन कर रही है। वह चाहतीं हैं ये दुनियाँ जानें, ज्ञानी वो नहीं जो घमंड...
मैं कुछ लिखता हूँ
मैं कुछ लिखता हूँ,
देना तुम मुझको अपनी राय,
देखना कविता ऐसी बन जाय,
जो सबके मन को भाय,
क्या लिखूं बताओ तुम,
पहलु कोई नया सुझाओ तुम,
कहानी, कविता,...
जिंदगी : सुख, दुःख और कठिन परिश्रम
प्रस्तुत पंक्तियों में कवयित्री समाज से ये याचना कर रही हैं कि हर इंसान अपने को सही करने में दिमाग लगाये, कोई इंसान खुदकी...
नारी की शक्ति की भी प्रशंसा करो
प्रस्तुत पक्तियों में कवियत्री समाज से याचना कर रही है की नारी को उसका सम्मान वापस दिया जाये, नारी जो एक शक्ति हैं जो...
ये खामोशी
अभी तो खामोशी,
दूर तक छाई है,
उजाले की कोई किरण,
नज़र मुझे नहीं आई है,
कोई नहीं है! साथ,
इस जिंदगी के वीराने में,
जीवनसाथी बनकर साथ निभाने में,
दो...