सोचेगा तो पायेगा भी
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि कुछ बड़ा पाने का जब तक सोचोगे नहीं तब तक...
विश्वास रखो अपने विश्वास पर
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि अपने विश्वास पर आजीवन विश्वास रखना कोई सरल कार्य नहीं...
अपने दुखो को भी सहजता से स्वीकारो
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि अपने दुखो में अपने दुख को कोसो मत क्योंकि जो...
बस दुखो में अपना हौसला मत खोना
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि हर एक के जीवन में ऐसा वक़्त ज़रूर आता है...
लड़की के माता-पिता भी बुजुर्ग होते है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि बुढ़ापा तो सबको ही आता है चाहे वो लड़की के...
ईश्वर ने कभी हमारा साथ नहीं छोड़ा
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ईश्वर ने कभी किसी इंसान पशु या पक्षी का साथ...
मैं खुश हूँ क्योंकि मैं खुश रहना चाहती हूँ
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इंसान अगर खुद हर हाल में खुश रहना चाहे तो...
गलती से गलती तो अक्सर हो ही जाती है।
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि दुनियाँ में ऐसा कोई इंसान नहीं जिससे कभी कोई गलती...
कल तक कोई हमारे साथ था
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जीवन में अक्सर कभी-कभी उम्र के बड़े होने पर रोना...
कहीं सुरेश बाबू के पास इंजीनियरिंग की डिग्री जाली तो नहीं
जी हाँ, आपकी जानकारी में यदि कोई युवा इंजीनियर हैं तो उनकी डिग्री के बारे में पता कर लें की वो कहीं उस संस्थान...

























































