महसूस करो हवाओं में छुपे ज्ञान को
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को हवाओ में छुपे ज्ञान को समझने की प्रेरणा दे रही है वह सोचती है अगर मानव चाहे तो...
हकीकत और सपना
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इंसान अपने सपने को हकीकत बनाने के चक्कर में कभी-कभी...
जब हो अच्छाई और बुराई का सामना
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि चाहे जीवन में कितने तुफानो का सामना क्यों न करना...
ये कैसी कशमकश है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि प्राणी का जीवन इस कश्मकश में ही उलझा रहता है...
धूप और छाओ
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जीवन में दुख और सुख धूप और छाव की तरह...
भगवान के रूप में कोई न कोई तो आता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि भगवान कभी हमारे सामने ऐसेही नहीं प्रकट होते लेकिन कई...
यादो का सिलसिला चलता ही जाता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जीवन में आगे बढ़ने में ही भलाई है क्योंकि बीता...
एक वादा
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री प्रभु से ये वादा कर रही है कि जीवन में चाहे कितने तूफान क्यों न आये वो कभी ईश्वर से...
बेजुबान की भी जुबान होती है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जो इंसान कम बोलता है इसका मतलब ये नहीं कि...
आज मंज़िल की नीव रखी है, कल मंज़िल भी मिल जायेगी
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि कोई भी सफल इंसान ऐसेही सफल नहीं बनता न जाने...