बुढ़ापा तो सबको आता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि हम सब यहाँ कुछ ही पल के मेहमान है। ज़िन्दगी...
पूजा करने वाला हर इंसान ईश्वर का सच्चा भक्त नहीं होता
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ज़रूरी नहीं कि जो मानव बहुत ज़्यादा पूजा पाठ करता...
ये ज़रूरी नहीं कि हर औरत ही, स्वादिष्ट भोजन बना पाये
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ज़रूरी नहीं हर औरत भोजन बनाने में रूचि रखे। ये...
हर किसी में कोई न कोई कमज़ोरी होती है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री किसी की कमज़ोरी पर उसका उपहास न उड़ाने को कह रही है। उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी मोटे...
अच्छे को कभी अपनी पलके भिगोने की ज़रूरत नहीं
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री अच्छे लोगो को हिम्मत न हारने की प्रेरणा दे रही है। वह कहती है कि अच्छाई की राह में अगर...
दिखावे की जकड़ से बाहर निकले
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री अच्छाई और बुराई का वर्णन कर रही है। वह कहती है कि अच्छाई तब तक ही अच्छी है जब तक...
सपने
चलते चलते राहे-गुज़र में कभी-कभी
झिलमिलाते हुए, सपने कहीं मिल जाते हैं,
हाथ बढ़ा कर छूना चाहो तो फिर,
धुएँ का गुबार बनकर आसमां में घुल जाते...
जबरदस्ती कर, किसी का अपमान न करो
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को समझा रही है कि कभी किसी से कोई भी काम ज़बरदस्ती मत करवाना क्योंकि ज़बरदस्ती करवाया हुआ काम...
नारी शक्ति
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को नारी शक्ति का एहसास करा रही है। वह कहती है इतिहास में नारी ने बहुत कुछ सहा है...
क्या जीवन के बाद भी कोई जीवन होता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री अपने आप से ही ख्यालो में सवाल-जवाब कर रही है। वह खुदसे ये पूछ रही है कि क्या जीवन के बाद भी...

























































