राजगढ़: सादुलपुर के रेगरान मौहल्ले में स्थित इस क्षेत्र के एक मात्र श्री गंगा माता मन्दिर की तीसरी वार्षिक शोभा यात्रा शानदार रही। 30 मार्च को आयोजित शोभा यात्रा में सबसे महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय बात यह रही कि इसमें शामिल महिलाओं की संख्या ऐतिहासिक रही।
पारम्परिक शुभ श्रृंगारों के साथ महिलाएं अपने सिरों पर मंगल कलश लिए मंगल गीत गा रही थी, जिनके पास मंगल कलश नहीं थे, वह भी यात्रा की व्यवस्थाओं के अनुरूप सहभागिता निभा रही थी। महिलाओं की अनुशासित श्रृंखला को देख कर वह दृश्य स्मृति में आ गए, जब तेरापंथ धर्म संघ के आचार्यों का पदार्पण होता है अथवा आरएसएस का पथ संचालन होता है। उसी में भक्तों/कार्यकर्ताओं की इस प्रकार की अनुशासित श्रृंखला देखने को मिलती है।शोभा यात्रा में जहां गंगा माता के दर्शन कर प्रसाद लेने के लिए हर वर्ग के लोग लालायित नजर आए, वहीं स्थान स्थान पर श्रद्धालुओं ने पेय जल, शीतल पेय पदार्थों, फल, टाफियों आदि से शोभा यात्रा की अगवानी कर स्वागत सेवा की। नगर के मुख्य बाजारों, मार्गों से होकर गुजरी शोभा यात्रा में भक्ति गीतों पर झूमते युवक तथा जीवन्त झांकियों के साथ कच्छी घोड़ी नृत्य, ददरेवा की कालबेलिया पार्टी आदि भी शामिल थी।
मन्दिर में आज 30 मार्च की रात्रि को जागरण होगा, जबकि 31 मार्च को प्रसाद भंडारे का आयोजन भी रखा गया है। जिसमे भरी मात्रा में श्रद्धालुओ के आने की उम्मीद जतायी जा रही हैं और उसी के अनुसार पुख्ता इंतजाम किये जा रहे हैं.
[स्रोत- विनोद रुलानिया]