20 फरवरी को हुई किसान सभा के नेताओ किं हुई गिरफ्तारी का विरोध तारानगर पहुच गया। तारानगर में लोगो ने किसान नेताओ की रिहाई के लिए उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया, एव साथ में वंसुधरा सरकार “तेरी गुड़ागर्दी नही चलेगी” जैसे नारे भी लगाये।
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए किसान पुत्रो ने सरकार के द्वारा किसान नेताओ को गिरफ्तार करवाने पर नया नारा दे दिया, इस मौके पर किसान पुत्रो ने नया नारा देते हुए कहा कि “रानी हमशे डरती है, तभी पुलिस को आगे करती है”।
ज्ञापन देने के दौरान मदन सिंह स्वामी ने कहा कि सरकार ने वादा खिलाफी की है। स्वामी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने 11 सितंबर 2017 को अनिशिचत कालीन चक्का जाम आंदोलन के दबाब में आकर किसान सभा के प्रतिनिधि मंडल से लिखित में समझौता किया था कि प्रत्येक किसान का 50,000 कर्ज़ माफ़ किया जायेगा, 60 वर्ष बाद व्रद्ध पेंशन 20000 की जायेगी।
परन्तु सरकार अब अपने वादे से मुकर गई है,तथा किए वादे को याद दिलाने के लिए सघर्ष करने वाले नेताओं को गिरफ्तार करवा कर जेल में डाल रही है। जो सरासर गलत है। हम इसका विरोध करते है,तथा न्याय की मांग करते है। यहा बता दे कि 22 फरवरी को किसानों के द्वारा होने वाले जयपुर कूच से पहले इस कूच को दबाने के लिए सरकार द्वारा ये गिरफ्तारियां हो रही है।
ज्ञापन देने वालो में विनोद पिलानिया, मदन स्वामी, ताराचन्द कस्वा, अतुल वर्मा, अशोक शर्मा, जितेन्द्र सिंह राठौड़, अफजल तैली, श्रवण गडाणा, राजू जाट, सन्तलाल सहारण, अमित निरबाण, राजेश राहड़, रमेश बिजारणिया, आशिश धाधिच, बलवीर सहारण, प्रभू प्रजापत आदि मौजूद रहे।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]