तारानगर में आज राजपूत समाज ने संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती जो कि 1 दिसम्बर को रिलीज होने वाली है। उस फिल्म के विरोध में आज उपखंड अधिकारी तारानगर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संजय लीला भंसाली की फिल्म पर पूर्णतया रोक लगाने का आग्रह किया है।उन्होंने ज्ञापन में लिखा है, कि चितोड़ के राजा रावल रतनसिंह की महारानी पद्मावती पर जो संजय लीला भंसाली ने फिल्म बनाई है ,उसमे महारानी पद्मावती जी के इतिहास को तोड़ मरोड़ के पेश किया है। उसमे राजस्थान के इतिहास के साथ-साथ राजपूत समाज के इतिहास से भी छेड़खानी की गई है। इस प्रकार एक वीरांगना के इतिहास को और एक समाज के इतिहास सिर्फ मनोरजन के लिए तोडना मरोड़ना उचित नही है। तो आप कृपया इस फिल्म पर पूर्णतया रोक लगा दे।
समाज के लोगो ने बताया कि महारानी पद्मावती हमारे लिए सती माँ समान है, और हम उनके बेटे होकर इस प्रकार इतिहास के साथ छेड़खानी कैसे बर्दास्त कर ले। संजय लीला भंसाली को इस प्रकार एक वीरांगना के इतिहास को नही छेड़ना चाहिए था, यह हम लोगो की भावनाओं को आहत करने वाला है। और इससे इतिहास के प्रति लोगो की नकारात्मक छवि बनती है।
इस ज्ञापन में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी से निवेदन किया है, कि वो इस फिल्म को पूर्णतया रुकवा दे और इस पर जल्द ही फैसला ले नही तो समाज के द्वारा सती माँ महारानी पद्मावती के लिए उग्र आन्दोलन किया जायेगा। ज्ञापन देने वालो ने राजपूत समाज के लोगो ने उपखंड कार्यलय के सामने नारेबाजी भी की।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]