कोई है अगर अपना, तो वो केवल अपने हम है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जब इस दुनियाँ की भीड़ से हट के खुदके अंतर...
फूलो में खुशबू के संग काटे भी होते है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जहाँ अच्छाई होती है वहाँ उतनी ही बुराई भी होती...
ख्वाहिशों का समुंदर
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ख्वाहिशों का तो कभी अंत ही नहीं होता। इंसान अपने...
मैं और मेरी खामोशी
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री मन ही मन खामोश रहकर अपनी ही ख़ामोशी से बात कर रही है वह व्याकुल मन से ये सोच रही...
जहाँ प्यार वहाँ तकरार
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि हर इंसान अपने-अपने तरीके से जीता है जैसे किसीको अपने में...
महान व्यक्ति की पहचान हर कोई नहीं कर पाता
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इस दुनियाँ में बहुत ही कम लोग होते है जो...
छोटा बनके रहने में ही सुकून मिलता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जीवन में अगर सुकून पाना है तो हमेशा छोटे बन...
बनाना चाहती हूँ एक ऐसी दुनियाँ…
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को कवि और कवियत्रियों की दुविधा समझाने की कोशिश कर रही है, वह सोचती है कि कितनी साधना कर...
जान गई उड़ने का भेद
उड़ने के लिए 'पर' नहीं,
पर फिर भी उड़ने की आशा रखती हूं।
लड़की हूं मैं फिर भी जीने की आशा रखती हूं,
जानती हूं, लड़ना पड़ेगा...
ऐसा नहीं की छोटे बड़ो से सीखना नहीं चाहते
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि कभी-कभी जीवन में बड़े छोटो को और कभी छोटे बड़ो को...