खिलता फूल तो सबको अच्छा लगता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि एक इंसान को सफलता की शिखर पर पहुँचने में बहुत...
जब दोनों पक्ष ही लड़ना चाहे, तो शांति कैसे आयेगी?
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जब क्रोध के बीज दो प्राणियों के मन में पनपते...
भावनाओ में बहकर, खुदका बुरा ना कर जाना
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि दूसरे का भला करो लेकिन उसके चक्कर में कभी अपना...
अच्छाई की राह, भले ही कांटो से भरी है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि अच्छाई की राह में कांटे भले ही होते है लेकिन सुकून...
आस चाहतों वाली
दर्द है अंदर कही,
एक अनकहा अनछुआ- सा।
सिसकती हूं रोज ये सोच कर,
क्या पा सकूंगी उन सपनों को?
जिन्हें पाने की आस है,
जिन्हें पूरा करने की...
ख़ामोशी का आलम
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि शांति में बैठ कर खुद के अंतर मन में झाँक...
कब आयेगा वो दिन
आज लिखने का मन तो नहीं था, लेकिन सोचा क्यों न आज थोड़ा, अलग सा लिखूँ, लेकिन आज न कोई poetryहोगी न कोई कविता...
वक़्त रहते वक़्त पर सबको सच का पता चल ही जाता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को आज के युग के सीधे और सच्चे लोगो का दर्द बताने की कोशिश कर रही है।
अब आप इस...
परमात्मा का अंश तुम्हारे अंदर है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि परमात्मा का अंश हम सब के अंदर होता है लेकिन...
जब कभी
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को अपने दुखो से लड़ना सिखा रही है वह सोचती है जब भी तुम दुखी होतो अपने आस पास...