ख्वाहिश ना थी कभी यूँ लिखने की
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को अपने जज़्बात खुल के बताने की कोशिश कर रही है वह सोचती है कि क्या कभी ऐसा दिन...
मैं ही तो हूँ वो जो मुझे समझती है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इस दुनियाँ की भीड़ में उन्होंने खुदको अपना सच्चा मित्र...
सच्चा गुरु
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि सच्चा गुरु वही होता है जो अपने शिष्य को सहजता के...
आज पाया कल खो भी सकते हो
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इंसान सफलता पाकर अपनी सही राह भटक जाते है लेकिन...
आज तुम हो कल तुम्हारी यादें होंगी
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि तुम हर रोज़ यहाँ इस दुनियाँ में अपनी यादें बना...
ज्ञानी हो या अज्ञानी गलत तो गलत ही रहेगा
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि कभी-कभी हमारी गलती होती भी नहीं है और जाने अनजाने...
इस दुनियाँ में रहकर भी यहाँ रहे नहीं
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ऐसा नहीं है की सीधे और सच्चे इंसान में बुराई...
ख़ुशी का बीज तो दिल में ही पनपता है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि खुशियों का बीज तो हम सब के हृदय में वास...
व्यवहार का शस्त्र
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ऐसा नहीं है कि हम हमेशा ही गलत होते है...
ख़ुशी के आँसू बड़ी मुश्किल से मिलते है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियां को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि ख़ुशी के आँसूं यूही नहीं निकलते और जिसको भी ऐसे...