श्रीगंगानगर के विक्रम सुथार जी ने अपनी पुत्री के जन्म दिवस के उपलक्ष पर तपोवन ब्लड बैंक में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के साथ मिलकर केक काटा और रक्तदान शिविर लगाया। दिन में कई रक्त वीर और रक्त वीरांगनाओं ने रक्त का महादान किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीगंगानगर विधायक श्रीमती कामिनी जिंदल(नेशनल यूनिस्ट जमीदारा पार्टी) व विशिष्ट अतिथि सब इंस्पेक्टर विक्रम तिवारी व नेहा तिवारी थे.
विक्रम सुथार मुख्य रूप से एक समाजसेवी हैं और इनकी निःस्वार्थ सेवा रसोई नाम से एक रसोई घर है, जिसमे प्रतिदिन कम से कम 300 बेसहारा व जरूरतमंद भूखे लोगो को खाना खिलाया जाता है.
थैलेसीमिया एक सामान्य रोग नहीं है कि जिसकी आप दवाई खाये और ठीक हो जाये. यह एक ऐसा रोग हैं जो आपकी आने वाली पीढ़ियों को बहुत अपने चंगुल में ले लेता हैं. इस रोग के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल(आर.बी.सी.) मतलब लाल रक्त रक्त कण सही ठंग से नहीं बन पाते या फिर बिलकुल भी नहीं बन पाते जिसके कारण थैलेसीमिया शिकार लोग अल्प आयु तक ही जिन्दा रह पाते हैं.
शरीर में खून की मात्रा बनाये रखने के लिए बार बार खून चढ़ाना पड़ता हैं. अगर बार-बार खून नहीं चढ़ाया जाये तो इंसान की अल्प आयु में मृत्यु भी हो जाती हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में प्रत्येक वर्ष 7 से 10 हजार बच्चे थैलेसीमिया से पीड़ित पैदा होते हैं.
इस अवसर पर कामिनी जी ने विक्रम जी को इस प्रकार के जन्मदिन बनाने हेतु, शुभकामनये दी, उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल अपने आप में एक बहुत अच्छी शुरूआत है। इस प्रकार के कार्यक्रम से समाज में एक सन्देश जाता है और थैलेसीमिया रोग के प्रति भी लोगो में एक जागरूकता फैलती है।
विशेष: हम सभी को रक्त परीक्षण करवाकर इस रोग की उपस्थिति की पहचान कर लेनी चाहिए क्योकि जागरूकता ही बचाव हैं इसलिए शादी करने से पूर्व लड़का एवं लड़की के रक्त का परीक्षण अवश्य करा लेना चाहिए।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]