जब सुरेश रैना ने खेली आईपीएल की सबसे अच्छी पारी

When Suresh Raina played the best innings of IPL

वैसे तो आप सब जानत हैं कि अंतरराष्ट्रीय टी20 में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड कीवी टीम के विस्फोटक बल्लेबाज रिचर्ड लेवी (45 गेंदों में) के नाम है. और आईपीएल में यह रिकॉर्ड क्रिस गेल (31गेंदों में) के नाम है. इसके बाद किसी ने भी नहीं सोचा होगा कि क्या कोई भी बल्लेबाज इस रिकॉर्ड को तोड़ पाएगा या फिर नहीं. लेकिन आज हम आपको बताएंगे उस बल्लेबाज के बारे में जो इनके रिकॉर्ड को लगभग तोड़ ही दिया था, लेकिन अंत में वह इस मौके को गंवा बैठा. आखिर कौन है ये बल्लेबाज और कैसे गंवाया था मौका आइए जानते हैं.

साल 2014 के आईपीएल में दूसरे क्वालिफाइंग मुकाबले में चेन्नई और पंजाब की टीमें आमने-सामने थीं. धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया, जवाब में पंजाब की तरफ से सहवाग और मनन वोरा ने टीम को धमाकेदार शुरुआत दी और पहले 10.4 ओवरों में ही 110 रन ठोक दिए. सहवाग ने ताबड़तोड़ अंदाज में मात्र 21 गेंदों में ही अर्धशतक जड़ दिया. एक छोर से विकेट गिरते रहे, लेकिन दूसरे छोर से सहवाग की आक्रामक बल्लेबाजी लगातार जारी थी. अंत में सहवाग ने 58 गेंदों में 122 रनों की पारी खेली, जिसकी बदौलत पंजाब ने 20 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 226 रन बना डाले.

अब चेन्नई को मैच जीतने के लिए कुछ खास करने की जरूरत थी. चेन्नई की तरफ से ओपनिंग के लिए आए ड्वेन स्मिथ और डू प्लेसी. लेकिन मिचेल जॉनसन ने पहले ओवर की दूसरी ही गेंद पर डू प्लेसी को आउट कर चेन्नई का पहला विकेट गिरा दिया. रैना ड्रेसिंग रूम से ही ठानकर आए थे कि वह मैदान पर आते धूमधड़ाका करेंगे. रैना ने पहली ही गेंद पर चौका जड़ अपने इरादे जाहिर कर दिए. वहीं इसके अगले ओवर में रैना ने तीन चौके और एक छक्के की मदद से 18 रन ठोक डाले. रैना ओवर दर ओवर खतरनाक होते जा रहे थे. तीसरे ओवर में रैना ने दौ चौके ठोके और 9 रन बनाए.

वहीं अगले ओवर में जॉनसन को गेंदबाजी में लगया गया. लेकिन रैना ने इस ओवर में दो छक्के और एक चौके की मदद से 20 रन बटोरे. पंजाब के लिए रैना को रोकना अब नामुमकिन सा लग रहा था. और सिर्फ 4 ओवरों में ही चेन्नई का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 47 रन हो गया था. इस दौरान रैना ने 15 गेंदों में 47 रन बना डाले थे. अगले ओवर में रैना ने छक्का जड़कर आईपीएल इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक बना डाला. दूसरे छोर से विकेट गिरते जा रहे थे, लेकिन रैना के ऊपर इसका कोई असर नहीं पड़ रहा था. रैना ने संदीप की पहली दो गेंदों पर दो छक्के के मारे और फिर अगली तीन गेंदों पर लगातार तीन चौके ठोक दिए. साथ ही रैना को इस ओवर में एक नो बॉल मिली और उन्होंने उसपर चौका जड़ ओवर में कुल 33 रन ठोक दिए.

अब हर कोई सोच में पड़ गया था कि क्या रैना सबसे तेज शतक लगा देंगे. टीम का स्कोर सिर्फ 6 ओवरों में ही 2 विकेट के नुकसान पर 100 रन हो गया था. और रैना 25 गेंदों में 87 रन बनाकर खेल रहे थे. साफ है उन्हें आईपीएल में सबसे तेज शतक लगाने के लिए अब 6 गेंदों में सिर्फ 13 रन बनाने थे. और जिस तरह से वह खेल रहे थे उसे देखकर हर किसी को उम्मीद थी कि वह निश्चत तौर पर सबसे तेज शतक ठोक देंगे. लेकिन इसी बीच ब्रेंडन मैकलम के साथ गलतफहमी के चक्कर में वह रन आउट हो गए. और वह सबसे तेज शतक लगाने के रिकॉर्ड से चूक गए. रैना के आउट होते ही पूरी टीम ढह गई और अंत में चेन्नई मैच 24 रनों से हार गई. लेकिन उस दिन रैना क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने के रिकॉर्ड से चूक गए थे.

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