चलो चलते है एक खोज पर,
दूर नहीं पास ही चलेंगें,
जिसमें सिर्फ आप और मैं ही होंगे |
ये कोई आम सफर नहीं है,
ये सफर है जिंदगी की तलाश का ,
उसके मायने खोजने का |
जिसमें आपके साथ की जरूरत है,
क्योंकि कहते है एक से भले दो होते है |
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मैंने तो अकेले ख़ोज कर के देख ली ,
ज़िन्दगी मिली भी,
पर तन्हा जानकर फिर छोड़ गई।
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जाते हुए कहा कि किसी को साथ लेकर ही मुझे खोजना
क्योंकि जिंदगी जीने के असल मायने
किसी के साथ बिताए या किसी के साथ ही खोजने में मिलते हैं।
इसलिए चाहत है आपके साथ की,
तो कहिए चलेंगे इस हसीन तलाश की तलाश में ,
मुझे अपना साथी बना कर |