सफलता का रास्ता आसान नहीं
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इस दुनियाँ में सफलता हासिल करना इतना आसान नहीं। कवियत्री...
एक नासमझ को भी वक़्त पर समझ आ जाती है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि जन्म से कोई इंसान समझदार पैदा नहीं होता हर इंसान...
क्योंकि हम इंसान है
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को इंसानो की विशेषताये बताने की कोशिश कर रही है। वह सोचती है हम इंसान ही तो है हमे...
तो क्या हुआ
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि दु:ख सबके जीवन में आते है बस सबका सम्भलने का...
माँ को कोई ख़ुशी नहीं मिलती, अपनी संतान को डाटकर
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को माँ की ममता का वर्णन कर रही है। वह कहती है कि कोई भी माँ अपनी ख़ुशी से...
मेरे होंठों पर आज भी तेरे तराने हैं
लेख- 1
मेरे होंठों पर आज भी तेरे तराने हैं
और हैं गुनगुनाहट तेरी बातो की,
लिखावट तो बहुत देखी तूने मगर
नहीं देखी लगी रोशनाई मेरे हाथो...
मेरी सच्ची सखी “मैं”
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने कि कोशिश कर रही है कि हर इंसान का सच्चा दोस्त उसके अंदर की छुपा होता...
कोई किसी के साथ नहीं जाता
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इस दुनियाँ में अगर हमारी पीड़ा कोई समझ सकता है...
किसी को सुख-चैन ऐसे ही नहीं मिलता
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि आपको कभी अपना प्यार दिखाने की ज़रूरत नहीं होती क्योंकि...
कम से कम तुम तो समझो
प्रस्तुत पंक्तियों में कवियत्री दुनियाँ को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि इंसान जब गलत दिशा में बढ़ता है तो उसे किसी...

























































