जहा भी अव्यवस्था होती है, वहा हम सरकार को, प्रशासन जिम्मेदार को या फिर उससे सम्बंधित विभाग के लोगो को दोषी करार दे देते है। परंतु कई बार सरकार, प्रशासन सब अपने कर्तव्य को अच्छे से निभा देते है, तो आमजन खुद अपनी जिम्मेदारी नही समझता और समस्याओं को जन्म देते है।
ऐसी ही ये कहानी है, तारानगर के पुलिस थाने के पास बने सार्वजनिक शौचालय की जिसमे तारानगर के लोग शराब पीकर बोतले डालते है। जो तस्वीर में साफ दिखाई दे रही है। इसमे पान गुटखा खा कर थूक देते है। आखिर आम जन को भी अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए। तभी इस प्रकार की सार्वजनिक इमारतों का सही प्रकार से इस्तेमाल होगा ।
यह शौचालय एक मुख्य जगह बना है, इसकी आम नागरिक ये हालात कर देता है, जिससे अन्य लोग शौच का उचित जगह इस्तेमाल न कर के कोई दूसरी जगह इस्तेमाल करने लग जाते है जिससे गदगी फैलती है। परंतु हम लोग सरकार, प्रशासन, विभाग को उसकी खामियां बता देते है। पर अपनी जिम्मेदारी निभाने की हिम्मत नही करते।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]