रविवार को युवा दल के सदस्य रमेश बिजारणिया तारानगर चिकित्सालय में महिला चिकित्सक न होने के कारण तारानगर चिकित्सालय के सामने भूख हड़ताल पर बैठ गए है। रमेश बिजारणिया से बातचीत के दौरान रमेश ने बताया कि यह हमारे लिए बहुत आहत करने वाली बात है कि तारानगर तहसील होने के बावजूद इसके मुख्य अस्पताल में एक भी महिला चिकित्सक नही है।
जबकि इस अस्पताल में 125 गांव से लोग अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या लेकर आते है। इस अस्पताल से 2 लाख लोगो की स्वास्थ्य सेवाएं जुडी हुई है। फिर भी इस अस्पताल में स्त्री व प्रसूति महिला चिकित्सक नहीं है। जब हमारी माता-बहने बीमार होती है तब वो इस अस्पताल में आती है और यहाँ महिला चिकित्सक न होने के कारण उन पर क्या बीतती होगी इसको हम महसूस कर सकते है।
इसके आलावा महिलाओं को बहुत सी समस्याये होती है जिनको एक महिला केवल एक महिला चिकित्सक को ही बता सकती है। यह होने वाली हर दूसरी डिलीवरी रेफर की जाती है। इसलिए मैंने और मेरे युवा दल ने फैसला किया कि 2 लाख लोगो पर तो सरकार कम से कम एक महिला चिकित्सक लगवा सकती है।
हमने इस बारे उपखंड अधिकारी,चिकित्सा मंत्री सब को ज्ञापन के द्वारा अवगत करवा दिया था, पर हमारी बात को किसी ने नही सुना इसलिए आज मजबूरी में हमे ये कदम उठाना पड़ा है। इस मौके पर युवा दल के पदादिकारी एवम सेकड़ो समर्थक मौजूद रहे।
[श्रोत – विनोद रुलानिया]