लम्बी ज़द्दोजहद के बाद उत्तरप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लग गई. लेकिन बीजेपी के लिए ये इतना आसान नहीं था. बीजेपी को यूपी में अपना नेता चुनने में खासा माथापच्ची करनी पड़ी. आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि शनिवार को पूरे दिन नए मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान से पहले क्या कुछ हुआ.
देश के सबसे बड़े और राजनीतिक दृष्टि से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तरप्रदेश के अगले मुख्यमंत्री के लिए शनिवार को पूरे दिन जमकर माथापच्ची हुई. 325 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए अपना मुख्यमंत्री चुनना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं था. नेताओं के आने-जाने का सिलसिला जारी रहा.
शुक्रवार तक मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे चल रहे मनोज सिन्हा ने दिन की शुरुआत कालभैरव, काशी विश्वनाथ और संकटमोचन मंदिर में दर्शन के साथ की, तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री की रेस में दूसरे नंबर पर रहे केशव प्रसाद मौर्य ने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. अमित शाह से मुलाकात के बाद केशव मौर्य ने कहा कि सीएम पद के लिए कोई रेस नहीं है, तो वहीं मनोज सिन्हा ने भी साफ़ कर दिया कि वो सीएम पद की रेस में नहीं हैं. विधायक दल और पार्टी का संसदीय बोर्ड सीएम के नाम पर फैसला लेगा, लेकिन दिन भर मुख्यमंत्री को लेकर अटकलें लगाई जाती रहीं.
लखनऊ में प्रदेश बीजेपी कार्यालय में उस वक्त अजीबोगरीब हालात बन गए जब एक ओर केशव मौर्य के समर्थक और दूसरी ओर योगी आदित्यनाथ के समर्थक एक दूसरे के समर्थन में नारे लगाते दिखाई दिए.
वहीं इसी बीच अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को मिलने के लिए दिल्ली बुला लिया. तो दूसरी तरफ केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली से लखनऊ के लिए रवाना हो गए. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि आखिर बीजेपी के अंदर सीएम पद के लिए क्या जुगत लगाई जा रही है. इस बीच एक और खबर ने सबको चौंका दिया. मनोज सिन्हा का दिल्ली जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उन्हें लेने के लिए चार्टर प्लेन नहीं आया, कुछ देर बाद वो बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे.
वहीं शाम करीब 4 बजे एक और बड़ी ख़बर आई सीएम पद की रेस में तीसरे नंबर पर चल रहे योगी आदित्यनाथ पहले नंबर पर पहुंच गए. यह भी खबर आई कि केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है.
केशव प्रसाद मौर्य के लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचते ही उनके समर्थन में नारे लगने लगे. शाम करीब सवा 5 बजे बीजेपी विधायक दल की बैठक शुरु हो गई. तो दूसरी ओर VVIP गेस्ट हाउस में वेंकैया नायडू, योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्या के बीच अहम बैठक खत्म हुई. भूपेंद्र यादव, ओम माथुर और सुनील बंसल भी मीटिंग में शामिल थे. ये सभी लोकभवन की ओर रवाना हुए. आखिर तक सीएम कौन होगा ये सस्पेंस बरकरार रहा. आखिरी में योगी आदित्यनाथ के नाम पर मुहर लग गई.