गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो पक्षों में हुए पथराव और फायरिंग के कारण एक युवक को गोली लग जाने से मौत हुई. मृत चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट पर लोगों का आक्रोश फूटा और अंत्येष्टि मैं मौजूद लोगों ने श्मशान घाट पर ही धरना दे दिया और साथ ही सांसद राजवीर सिंह को भी धरने पर बैठने के लिए मजबूर कर दिया.जब तक मुआवजे को लेकर सीएम से आश्वासन नहीं मिला तब तक युवक का अंतिम संस्कार नहीं किया गया और बताया जा रहा है कि अंत्येष्टि से लौट रहे आक्रोशित लोगों ने सड़क किनारे खड़ी दो बसों में आग लगा दी और 6 दुकान भी फूंक डाली. कासगंज जिले की कई शहरों में हालात बेकाबू बने हुए हैं उपद्रवियों द्वारा दुकानों में आग लगाई जा रही है तो किसी दुकान का शटर तोड़कर उसमें तोड़फोड़ की जा रही है हालांकि पुलिस कस्बों के बाजारों और अन्य जगहों पर काफी चौक से बनाए हुए हैं मगर हालात अभी भी काबू में नहीं है.
Two buses torched during #Kasganj clashes, efforts to douse fire underway. pic.twitter.com/QKbN8EGb51
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 27, 2018
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गणतंत्र दिवस पर समुदाय विशेष के लोगों ने विद्यार्थियों द्वारा निकाली जा रही तिरंगा यात्रा पर पथराव किया जिस कारण पूरे शहर में बवाल हो गया जमकर फायरिंग हुई और पथराव हुआ इतना ही नहीं कई जगह पर दुकानें और कार्य तथा बस में भी आग का शिकार बनी इन्हीं फायरिंग में एक युवक को गोली लगने से मौत हो गई जबकि दो अन्य युवक घायल हुए हैं. तिरंगा यात्रा पर किए गए पता आप के कारण आधा दर्जन से ज्यादा लोग चोटिल हुए हैं हालात को बेकाबू होता देख RAF ने मोर्चा संभाला.
कब हुआ हंगामा
गणतंत्र दिवस मतलब शुक्रवार की सुबह विद्यार्थी परिषद एवं हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता बाइक से तिरंगा यात्रा निकालते हुए मुस्लिम बाहुल्य मोहल्ला फुल्का में पहुंचे यहां कार्यकर्ताओं ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाने शुरू की है जिस पर समुदाय विशेष के युवकों ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए तिरंगा यात्रा पर पथराव जारी कर दिया और देखते ही देखते मामला पथराव और फायरिंग में बदल गया और एक युवक को गोली लगने से मौत हो गई.
#Kasganj clashes: Shops and property vandalized. Police at the spot pic.twitter.com/0QyR1GEAuj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 27, 2018
हालाकि कल से ही पूरे जिले में कर्फ्यू लगा हुआ है और जिले की सभी सीमाओं को बंद रखा गया है. कर्फ्यू के कारण साध्वी प्राची के काफिले को पुलिस ने कासगंज के बाहर रोक लिया जिस पर साध्वी प्राची के अनुयायियों द्वारा पुलिस से काफी नोकझोंक हुई और साध्वी प्राची वही धरने पर बैठी हुई हैं.