9 दिसंबर 2017 को सिलोरा ब्लाक के सिंगला क्लस्टर का एजुकेट गर्ल्स की ओर से 10 वाँ फाउंडेशन डे सलेमाबाद में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमान एजुकेट गर्ल्स ब्लॉक ऑफिसर धर्मेंद्र टेलर, क्षेत्रीय समन्वयक गब्बर सिंह एवं किशन लाल सैनी व स्थानीय गणमान्य जनप्रतिनिधि रहे।सलेमाबाद में सिंगला कलस्टर का फाउंडेशन डे मनाया गया जिसमें क्षेत्रीय समन्वयक श्रीमान गब्बर सिंह की सभी टीम बालिकाओं ने कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराके फाउंडेशन डे के कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान की कार्यक्रम को विधिवत रुप से प्रारंभ करने से पूर्व मां सरस्वती की पूजा की गई तथा उसके पश्चात एजुकेट गर्ल्स के सिलोरा ब्लॉक से ब्लॉक ऑफिसर धर्मेंद्र टेलर का एजुकेट गर्ल्स में साथ जुड़कर लंबे समय से कर्मठ एवं निस्वार्थ भावना से कार्य करने वाली टीम बालिका धर्मीचंद खाचरिया के द्वारा स्वागत किया गया। इसके पश्चात धर्मेंद्र टैलर ने सिंगला क्लस्ट की सभी टीम बालिकाओं का माला पहनाकर बहुत ही बड़ा शानदार स्वागत किया।
धर्मेंद्र टेलर ने बताया कि टीम बालिका एक वह युवा एवं युति है जो अपने गांव में रहकर निस्वार्थ रूप से संस्था के साथ में जुड़कर एक स्वयंसेवक की भाती कार्य करता है जिसको संस्था की ओर से किसी भी प्रकार का मानदेय नहीं दिया जाता है टीम बालिकाओं को प्रत्येक माह मे प्रशिक्षण दिया जाता है जो कि शिक्षा से संबंधित होता है और जीवन कौशल का भी प्रशिक्षण दिया जाता है जिससे की टीम बालिका स्वयं का विकास कर सके एवं स्वयं के पैरों पर खड़ा होकर जीवन जीना आसान कर सके तथा अपने ग्रामीण क्षेत्र के अन्य युवा युवक-युवती एवं बालक-बालिकाओं का कौशल विकास कर सके।टीम बालिका विद्यालय में जाकर निस्वार्थ भाव से प्रत्येक सप्ताह में 6 घंटे कार्य करता है अर्थात प्रतिदिन 2 घंटे छात्र छात्राओं को पढ़ाने का कार्य करता है एवं ऐसे छात्र-छात्रा जिन्होंने अपना अधिकार “शिक्षा के अधिकार” को छोड़ दिया है उन्हें पुन: विद्यालय से जोड़ते हुए उनका नामांकन करवाता एवं उनका ठहराव सुनिश्चित करता है तथा इसी के साथ साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा खेल खेल में शिक्षा देकर इन छात्र-छात्राओं को विद्यालय की ओर अग्रसर करते हुए शिक्षा में रुचिकर बनाते हैं एवं उनका पूर्ण ध्यान रखते हुए उनको उनकी पूरी उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करती है।
टीम बालिका को संस्था की ओर से दिए गए प्रशिक्षण लेकर टीम बालिका छात्र छात्राओं में जीवन जीने की कला हेतु जीवन कौशल के लिए बाल सभा गठित करता है एवं बाल सभाओं का आयोजन करके उनमें जीवन कौशल के खेल करवाए जाते हैं जिससे छात्र-छात्राओं के बोलने की कला, झिझक दूर, आत्मविश्वास बढाना, सोचने समझने की बुद्धि का विकास हो, तार्किक सोच, पर्सनालिटी डेवलपमेंट, बोलने की कला तार्किक सोच निम्न प्रकार के गुणों का विकास करते हैं।
इसके पश्चात अजमेर जिले की एकमात्र टीम बालिका धर्मीचंद खाचरिया सिंणगारा निवासी जो की सबसे पुरानी एवं कर्मठ इमानदार एवं निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाला स्वयंसेवक है जिसने अपने संस्था के साथ जुड़कर रहने के अनुभव शेयर करते हुए उपस्थित सभी टीम बालिकाओं को आकर्षित करते हुए कहा कि संस्था ने राजस्थान के अजमेर जिले में सन 2014 में अपना कार्यक्रम शुरू किया जून 2014 के अंतर्गत में संस्था के साथ जुड़ गया।
2 जुलाई 2014 को संस्था की ओर से टीम बालिका का चयन करने हेतु तहसील रूपनगढ़ में मीटिंग का आयोजन किया जिसमें सभी उपस्थित हुए युवा युवतियों उनका इंटरव्यू के माध्यम से चयन किया गया तथा उसके बाद में हमें संस्था की ओर से समय समय पर प्रशिक्षण दिया गया और संस्था में कुछ तीन दिवसीय एवं दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण भी रखा है।
हमें अपने गांव में लोगों के साथ जुड़कर कार्य करने हेतु तैयार किया जिससे आज मेरा इतना कौशल बड़ा सकी वजह से आज मैं आत्मविश्वास, पर्सनालिटी डेवलपमेंट, विचारों में शुद्धता, सोचने समझने का विकास निम्न गुणों का मेरे अंदर विकास हुआ जिससे आज मैं ग्राम सभा हो, राष्ट्रीय दिवस चाहे जिला स्तरीय कार्यक्रम, चाहे कलेक्टर हो, चाहे विधायक हो, चाहे मंत्री हो किसी के सामने मै बात करने से घबराता नहीं और मैंने एजुकेट गर्ल से इतनी ऊंचाइयों प्रदान की कि आज मैं स्वयं मेरे पैरों के ऊपर खड़ा होकर स्वयं के बलबूते पर जीवन जी रहा हूं और छोटा-मोटा ई-मित्र से संबंधित रोजगार भी कर रहा हूं।
इसके अलावा मैंने कहीं जिला स्तरीय भाषण प्रतियोगिता में स्थान प्राप्त किया है इनाम भी जीते हैं और राष्ट्रीय दिवसों पर हर वर्ष संपूर्ण ग्रामीण जनता के माध्यम से सम्मानित भी होता हूं और आज तक मैंने सैकड़ों छात्र छात्राओं का विद्यालय में नामांकन करवा दिया उनका ठहराव भी किया गुणवत्तापूर्ण शिक्षा CLT के माध्यम से मेरे गांव सिंघारा में इसी के साथ साथ जीवन कौशल के गुणों का भी छात्र छात्राओं में विकास करने हेतु मैंने प्रयास किया और छात्र छात्राओं को कायम बनाया मैं संस्था से जुड़ने से पहले एक अपने आप को कमजोर महसूस करने वाला, बिना आत्मविश्वास वाला विद्यार्थी था कक्षा में सब के पीछे छिपके बैठता था किसी के सामने कुछ बोल नहीं पाता था अपने आप को शर्म महसूस करता था आज यह सभी मेरी कमजोरियां दूर की है तो सिर्फ और सिर्फ एजुकेट गर्ल्स संस्था ने दूर की है मैं एजुकेट गर्ल्स संस्था को बहुत-बहुत धन्यवाद अर्पित करता हूं ।
सिलोरा ब्लॉक क्षेत्रीय समन्वयक गब्बर सिंह एवं किशन लाल सैनी ने बताया कि स्वयंसेवक की भूमिका उसके गांव की जिम्मेदारी होती है और उपस्थित गणमान्य लोग व जनप्रतिनिधियो ने शिक्षा के प्रति वार्तालाप की एवं अंत में संस्था की टीम बालिकाओं को अपने गत वर्ष के अनुभव प्रमाण पत्र दिया गया तथा साथ में संकल्प पत्र भी भरवाया गया जिसमें टीम बालिकाओं ने वादा किया कि मैं एक स्वयंसेवक की बाति गांव में अपनी जिम्मेदारी निभाऊंगा और शिक्षा के क्षेत्र को आगे बढ़ाते रहूंगा । अंत में कार्यक्रम को क्षेत्रीय समन्वयक गब्बर सिह ने सधन्यवाद देते हुए कार्यक्रम का समापन किया । और दूर दूर से आई हुई सभी टीम बालिका को संस्था की ओर से भर पेट खाना खिलाया एवं गिफ्ट वितरण करके विदाई दी ।
[स्रोत- धर्मी चंद]