स्वच्छ भारत अभियान में लाखों, करोड़ राशि खर्च हो रहे हैं लेकिन फिर भी हर तरफ कचरा,गन्दगी के ढेर, बदबू फैलती डस्ट बिन, प्रशासन का लाचार रवैया। चारो तरफ गन्दगी फैली हुई देख कर नही लगता कि भारत में स्वच्छता अभियान में जमीन स्तर पर कार्य हुये हैं, आज आप कहि भी देख सकते ही गन्दगी के ढेर लगे रहते हैं अधिकारी, कर्मचारियों, ओर नेताओं में स्वच्छता अभियान की वाह वाही लूटना, स्वच्छ भारत अभियान में बढ़ चढ़ कर फोटोज खिंचवाना एक सस्ती लोकप्रियता का फैशन ही बनता जा रहा है
अगर आप को हमारे द्वारा कवर की गई खबर पर जरा भी संदेह हो तो अपने आप आप किसी भी सरकारी अस्पताल, रेलवे स्टेशन, स्थानीय बस स्टैंड, मे चारों ओर गन्दगी, सडांध मारते कूड़े के ढेर देखे, जब यह सब कुछ नही बदल रहा तब कैसे स्वीकार करते हैं कि स्वच्छ भारत अभियान में जमीनी स्तर पर काम किया।
लेकिन फिर भी अगर स्वच्छ भारत और स्वछता की स्थिति देखनी हैं तो हम आपको ख़बर में एक रेलगाड़ी के अंदर सीटो पर आसपास पसरी गन्दगी की फ़ोटो भी दिखा रहे हैं, जिससे आप खुद स्वीकार कर सकते हैं कि स्वछता अभियान में भारत के राजकोष को जमकर चुना लगाया गया, जनता मौन धारण कर अपने ही नेताओं की कूटनीति की चालबाजी से अपने आप को ओर अपने प्रिय भारत देश को घोटाले बाजो के हाथों लूटते देखति रही, आखिर क्यों?
क्या देश भक्ति सिर्फ, बॉर्डर पर जान गवाने वालों, ओर स्वतन्त्रता के लिए फंसी खाने वालों की की नैतिक जिम्मेदारी मानते हैं। क्या देश को स्वच्छ बनाने की भारतीय नागरिक की, भारत के नवयुवक की, कोइ नैतिकता नही है, क्या आप देश में बुराई को पनपने देंदेगे, देश को स्वच्छ करते हुए देश के राज कोष को लुटता देखते रहेंग, देश में गन्दगी फैलने से रोकने के लिए भी कानून हैं लेकिन कोई इम्प्लीमेंट नही, आखिर अधिकारी, कर्मचारियों को क्यों नहीं है
स्वच्छ भारत अभियान की परवाह, सिर्फ वाह वाही, ओर फ़ोटो के लिए स्वच्छ भारत अभियान में भागीदारी न देकर अपने नैतिक कृत्यों के प्रति जागरूक रहे, देश को स्वछ बनाने के लिए आवाज उठाने का और गन्दगी नही फैलाना, सभी नागरिकों का कर्तव्य है अगर नैतिक तौर पर सभी कर्तव्यों का पालन करने लगे तो देश स्वछ होगा, स्वच्छता के नाम पर बिल बनाने और धन की बर्बादी करने से कभी किसी देश की भलाई नहीं है।
जो न्यूज़ में फोटो प्रदर्शित किया गया है वह आज सूरतगढ़ से चल कर श्रीगंगानगर के रस्ते हनुमानगढ़ ज.वाली रेलगाड़ी संख्या 54762, ओर बोगी संख्या 08438 की है। रेलगाड़ी में सफाई व्यवस्था देख कर यात्रा कर रहे यात्रियों ने रेलवे कर्मचारियों को बुलाया और लेकिन कुछ उचित सहयोग नही मिल सका।
[स्रोत- सतनाम मांगट]