हरदोई- सफाई के लिये शासन से नियुक्त किये गये ब्लॉक सफाई कर्मी गाँवो में सफाई के लिए जाना तो दूर की बात गांवो की ओर मुड़कर भी नहीं देखना चाहते है. ये सफाई कर्मी खुद सफाई न करके किराये के मजदूरो से कभी कभार गाँव की नाली साफ़ करा देते है. मौके से कचरा तो कभी नहीं हटाते है. उस कूड़े के ढेर को वही उठता हैं जिसके मकान के आगे कूड़े का ढेर लगा होता है. बाकी के दिनों में सफाई स्वयं ग्रामीणों के सहारे है.
जिस कारण आये दिन गांवो में कोई न कोई संक्रामक बीमारी फ़ैली रहती है मच्छर जनित बीमारियां फ़ैली रहती है बुखार, मलेरिया, दिमागी बुखार और भी तमाम बीमारिया फ़ैली रहती है जिससे गरीब आदमी को आये दिन कोई न कोई समस्याओ का सामना करना पड़ता है.
गाँव के लोगो का कहना है कि सफाई कर्मी कभी कभार आता है तो कहता है कि “सफाई क्या करे, ब्लाक काम बहुत ज्यादा रहता है इस लिए सफाई नहीं कर सकता” साथ ही बोलता हैं कि हम मजदूर भेज देंगे आप मदद करके खुद साफ़ कर लेना. गाँवों में नालियां कूड़े कचरे से भरी पडी है मगर किसी प्रकार कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही हैं.
इस सम्बन्ध में बेहन्दर ब्लॉक के ग्राम पंचायत फत्तेपुर पथरौली के निवासी अखिलेश कुमार, रजनीश कुमार, मनोज कुमार, राहुल कुमार, राम शंकर, काशी प्रसाद, शारदा सिंह, सन्तु सिंह, सुरेश कुमार, छोटेलाल, राहुल सिंह आदि ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गाँव में करीब दो वर्षो से सफाई नहीं हुई है और न ही कभी कोई सफाईकर्मी गाँव आता है.
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अगर कोई सफाईकर्मी आता भी हैं तो ग्राम प्रधान के दरवाजे पर आकर ड्यूटी करता है, गांवो में कभी सफाई नहीं करता है और सफाई कर्मियों की लपरवाही की वजह से ग्रामीणों को काफी समस्याओ का सामना करना पड़ रहा हैं.