जैसा कि हम सभी जानते हैं इस पूरे हफ्ते राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार का जो मुद्दा है उसने पूरे देश का ध्यान अपनी और खींचा है किन्तु बृहस्पतिवार शाम को विपक्ष ने मीरा कुमार का नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए घोषित कर दिया है अब पूरा मामला साफ हो गया है एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं रामनाथ कोविंद और विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं मीरा कुमार अगर एक हिसाब से देखा जाए तो दोनों उम्मीदवारों में कांटे की टक्कर होगी.
बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी विधायकों की एक बैठक बुलाई थी जिसमें फैसला हुआ कि हम भारत के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए रामनाथ कोविंद का समर्थन करें या नहीं जब बैठक खत्म हुई तो सपने एनडीए सरकार का समर्थन किया रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित करने पर, पहले तो नीतीश कुमार इस फैसले से सहमत नहीं थे और उनके साथ लालू प्रसाद यादव भी नाराज दिखे परंतु अब कोई समस्या नहीं नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव इस फैसले का समर्थन कर रहे.
आइये मीरा कुमार और रामनाथ कोविंद के बारे में जानते हैं
मीरा कुमार कांग्रेस की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित की गई है मीरा कुमार एक दलित परिवार से हैं और राजनीतिक विवादों से दूर रहना पसंद करती हैं मीरा कुमार शांत स्वभाव की महिला है मीरा कुमार पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की बेटी हैं मीरा कुमार लोकसभा की पहली महिला स्पीकर रह चुकी हैं 1975 में मीरा कुमार पहली बार बिजनौर से सांसद बनी थी और अब तक पांच बार सांसद रह भी चुकी हैं.
[ये भी पढ़े : NDA के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के बारे में कुछ रोचक जानकारी]
अब बात करते हैं रामनाथ कोविंद के बारे में तो वह भी एक दलित परिवार से हैं और इलाहाबाद में जन्में हैं राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित होने से पहले वो बिहार के राज्यपाल के पद पर कार्यरत थे. राजनीति में रामनाथ गोविंद की बड़ी साफ-सुथरी छवि है इसीलिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामनाथ कोविंद का नाम राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए घोषित कर दिया रामनाथ कोविंद 1991 में बीजेपी में शामिल हुए थे पहले रामनाथ कोविंद 1977 से 1979 तक दिल्ली हाईकोर्ट में सरकारी वकील भी रहे थे.