नए साल की खुशियों ने अब,
कॉमनवेल्थ को जोड़ दिया,
इनके चक्कर में तो सरकार ने,
बसो का रुख ही मोड़ दिया.
अब तो सरकार को भी इसके बुखार ने सताया है,
क्योंकि उन्हें अब सपनों में भी कॉन्टडाउन नजर आया है,
शीला सरकार का तो पता नहीं,
पर यूथ गाइड का अब जमकर फैशन आया है.
लोधी रोड के नेहरू स्टेडियम पर,
अब हमको तरस आता है,
अक्टूबर के महीने में भी,
कहां कंस्ट्रक्शन वर्क पूरा हो पाता है.
यहां तो एग्जाम्स भी शिफ्ट हो जाते हैं,
जब फौरन से कुछ लोग भ्रमण पर आते है.
वॉलंटरी के लिए अब तुम सब भी तैयार रहो,
दिल्ली की इज्जत है जरूरी, इसलिए इसे बरकरार रखो,
यह तो थी कॉन्टडाउन की कुछ परेशानी,
जो बन गई अब हमारी कहानी,
पर आज एन्जॉय करने की हमने है ठानी,
क्या पता यह भी हो जाए शिफ्ट बाए इनकी मेहरबानी.




















































