14 दिसंबर 2017 को सिणगारा आंगनबाड़ी केंद्र प्रथम पर सामुदायिक कार्यक्रम गर्भवती महिलाओं की गोद भराई प्रवेशोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें सुरज्ञान पत्नी रूपाराम मेघवाल, सेठा बाबरी पत्नी छोटू राम बावरी दोनों महिलाओं के तिलक लगाकर नारियल व पतासे से गोद भर कर पोषाहार वितरण दिवस पर उपस्थित सभी महिलाओं एवं बच्चों को पोषाहार वितरण किया गया।आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनी ने बताया कि स्वास्थ्य दिवस पर गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण, वजन, खून, पेशाब की जांच की जाती है, आयरन की गोलियां खाने को दी जाती है, स्वास्थ्य एवं पोषण की जानकारी दी जाती है ताकि होने वाला बच्चा तंदुरस्त पैदा हो। हरी पत्तेदार सब्जियां अंकुरित दालें,पीले फल खाए, संतुलित आहार लेवे जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व मौजूद है। योडीन युक्त नमक का भोजन में प्रयोग करें। गर्भवती महिला के गर्भावस्था के 07 माह हो जाने पर उसे स्वास्थ्य जांच हेतु बुलाया जाता है तथा रंगो से रंगोली बनाई जाती है महिला को बिठाया जाता है तथा महिला को तिलक किया जाता है और बाद में नारियल व पतासो द्वारा गोद भराई की जाती है।अन्य सहयोगी महिलाओं द्वारा मनोरंजन गीत व होने वाले बच्चे के लिए आशीर्वाद दिया जाता है साथ ही उसे पशु संस्थागत तरीके से या सरकारी संस्थान में करवाने की सलाह दी जाती है जिससे जच्चा बच्चा दोनों को सभी चिकित्सकीय सुविधा प्राप्त हो सके मां और बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े मातृ, शिशु मृत्यु दर से बचा जा सके इसके साथ ही सरकार द्वारा मिलने वाली प्रोत्साहन राशि का भी लाभ मिल सके।
गोद भराई उत्सव बनाने का उद्देश्य होने वाले बच्चे की स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करना है ताकि बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सके। जन्म के तुरंत पश्चात बच्चे को मां का पहला दूध पिलाना चाहिए जो शरीर को रोगप्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है। आशा सहयोगिनी संतोष देवी ने बताया प्रसव सरकारी संस्थान में ही करवाएं जिससे सरकार द्वारा पुत्र के जन्म पर 1400 एवं पुत्री के जन्म पर 2400 रूपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है इसका पूरा-पूरा महिलाओं को फायदा लेना चाहिए। मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती रेखा जांगिड़ और आशा सहयोगिनी संतोष देवी भी उपस्थित रही.
[स्रोत- धर्मी चंद]