जनवरी 2015 से मार्च 2016 तक के बकाया ओवर टाइम भुगतान की मांग को लेकर गुरुवार से परियोजना मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे इंटक सदस्यों की सूरतगढ तापीय परियोजना के दो दिवसीय दौरे पर आये परियोजना निदेशक पी एस आर्य व मुख्य अभियंता से हुई वार्ता विफल हो गई।सूरतगढ विद्युत उत्पादन मजदूर यूनियन इंटक के अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि परियोजना प्रशासन के आमंत्रण पर शुक्रवार शाम को आवासीय कॉलोनी स्थित इरेक्टर हॉस्टल प्रथम में हुई वार्ता में परियोजना निदेशक पी एस आर्य ने पिछले बकाया 15 माह के ओवर टाइम के भुगतान को नकारते हुए कहा कि पूर्व के ओवर टाइम भुगतान की कोई सम्भावना नही है। फिर भी उच्चस्तर की बैठक में इस पर विचार किया जाएगा। इस पर प्रतिनिधि मण्डल वार्ता छोड़कर बाहर आ गए।
वार्ता के बाद श्याम सुंदर शर्मा ने कहा कि परियोजना निदेशक आर्य द्वारा पूर्व के बकाया ओवर टाइम के भुगतान की मांग नकारने से नाराज प्रतिनिधि मण्डल ने शनिवार शाम को आवासीय कॉलोनी में होने वाले विभागीय सांस्कृतिक कार्यक्रम “मरु गुंजन” का सभी इंटक कार्यकर्ता एवम तकनीकी कर्मचारी बहिष्कार करेंगे एवम धरना थर्मल गेट पर लगातार जारी रहेगा।
जनवरी 2015 से मार्च 2016 के बकाया ओवर टाइम भुगतान की मांग को लेकर सूरतगढ सुपर थर्मल मुख्य द्वार पर चल रहा सुरतगढ़ विद्युत उत्पादन मजदूर यूनियन इंटक का धरना दूसरे दिन भी जारी रहा। वरिष्ठ उपाध्यक्ष महावीर संचौरिया ने बताया कि शुक्रवार को कार्यकारी अध्यक्ष कंवरजीत सिंह, अनिल मिन्हास, हुकमी चंद ने माल्यार्पण कर गुरमीत सन्दा, करनैल सिंह,महावीर, पालाराम, भंवरनाथ, रामकुमार आदि इंटक सदस्यों को धरने पर बैठाया।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जिला परिषद सदस्य डूंगर राम गेदर ने धरना स्थल पर पहुंचकर कर्मचारियों की हौसला अफजाई किया और उत्पादन निगम के अध्यक्ष एवम प्रबन्ध निदेश से दूरभाष पर बात कर तकनीकी कर्मचारियों के बकाया ओवर टाइम का भुगतान शीघ्र करने को कहा। उन्होंने धरना स्थल पर सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्पादन निगम प्रशासन एवम प्रदेश सरकार की श्रमिक एवम छोटे कर्मचारियों के शोषण की नीति के कारण उनके अधिकारों का हनन हो रहा है।
उन्होंने कर्मचारियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि आवश्यकता हुई तो आंदोलन को ओर उग्र किया जाएगा। शुक्रवार शाम को परियोजना निदेशक से हुई वार्ता में अध्यक्ष श्याम सुंदर शर्मा, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष महावीर संचौरिया, उपाध्यक्ष कंवरजीत सिंह, अमृतपाल, विश्राम गुर्जर, अनिल मिन्हास, नेमीचंद, भानुप्रताप, अजय सिडाना, राम कुमार के अलावा अतिरिरिक्त मुख्य अभियंता आर पी सिंह शामिल थे।
[स्रोत-सतनाम मांगट]