भिलाई : दुर्ग के एक आम शहरी जवाहर अग्रवाल द्वारा प्रशासन को पत्र लिखकर सूचित किया गया है, कि दुर्ग-भिलाई-रायपुर, मार्ग पर वाय शेप ब्रिज के दोनों ओर बनाए गए डिवाडर की ऊंचाई बहुत कम है।अधिकांश समय अपिहार्य कारणों से रात्रि के समय भिलाई की ओर ब्रिज पर अंधेरा रहता है जिसके चलते उक्त मार्ग पर दुर्घटना होना आम बात है ! उक्त वाय शेप ब्रिज पर से नीचे गिरकर कॉलेज के कुछ छात्रों एवं अन्य व्यक्तियों की अल्प आयु में मृत्यु हो चुकी है ?उक्त वाए शेप ब्रिज के दोनों ओर सुरक्षा को ध्यान में रखकर जाली लगाए जाने की मांग दिनांक 16 जनवरी 2017 को तत्कालीन दुर्ग कलेक्टर महोदया आर संगीता के समक्ष किया गया था। जिस पर कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग,सेतु निर्माण उप संभाग दुर्ग छत्तीसगढ़ के ज्ञापन पत्र क्रमांक.85/शिल्प/दुर्ग कलेक्टर जनदर्शन2016/दुर्ग दिनांक19/01/2017 के माध्यम से बताया था कि उक्त कार्य हेतु 46.22 लाख का प्राक्कलन बनाकर कार्यपालन अभियंता, लोनिवि सेतु निर्माण संभाग राजनांदगांव के पत्र क्र.1742/शिल्प/विशेष मरम्मत/राजनांदगांव दिनांक 28.03.16 के द्वारा शासन को स्वीकृति हेतु प्रेषित किया गया है।
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उक्त पत्र शासन के पास करीब एक वर्ष से लंबित है और ब्रिज, सड़कों पर दुर्धटना लगातार बढ़ रही है।
कलेक्टर दुर्ग से उक्त पत्र पर अतिशीघ्र स्वीकृति प्राप्त करने हेतु ध्यान आकर्षित कराया गया जिससे सभी वर्ग के आम जनता को राहत मिले। यह भी बताया गया है कि, रात को इस ओवरब्रिज पर अंधेरा रहता है जिससे दुर्घटना की संभावनाओं में भी बढ़ोतरी हुई है। ज्ञात हो कि, तत्संबंध में एक पत्र राज्यपाल, मुुुुख्यसचिव, भी प्रेेेेषित किया गया है।
[स्रोत- घनश्याम जी. बैरागी]