किशनगंज, दिघलबैंक:- आज पूरे क्षेत्र में सविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की 127 वीं जयंती धूम धाम से मनाई गई। इस अवसर पर विद्यालयों में खासकर काफी चहल कदमी देखने को मिली। विद्यालयों में जयंती को लेकर काफी तैयारियां की गई थीं। धनतोला के सोहन मध्य विद्यालय में प्रधान शिक्षक तेज़ नारायण सिंह, कुंज बिहारी सिंह, धीरेंद्र गणेश व अन्य शिक्षकों ने बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्प अर्पण कर बच्चों को भी श्रधांजलि अर्पित करने को कहा। वही अगर बात की जाय गंधर्वडांगा स्थित विद्यालय की तो वहां भी प्रधानाध्यापक अभिराम कुमार के साथ अन्य शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ बच्चों ने भी पुष्प अर्पित कर बाबा साहब को याद किया।
इस मौके पर विद्यालय प्रधान अभिराम कुमार ने सबों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अम्बेडकर जयंती या भीम जयंती, डॉ भीमराव अंबेडकर जिन्हें बाबासाहेब के नाम से भी जाना जाता है, के जन्म दिन 14 अप्रैल को भारत समेत पुरी दुनिया में पर्व के जैसा मनाया जाता है। इस दिन को ‘समानता दिवस’ और ‘ज्ञान दिवस’ के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि बाबा साहेब जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करते रहे।
तो वहीं जागीर पदमपुर के प्राथमिक विद्यालय डोम टोली में भी सभी शिक्षकों व बच्चों ने इस अवसर पर सविंधान निर्माता बाबा साहब को याद किया। इस मौके पर महादलित टोला सेवक प्रखण्ड अध्यक्ष रतन कुमार राय ने कहा कि प्रतिभाशाली डॉ॰ भीमराव अम्बेडकर को समानता तथा ज्ञान का प्रतीक भी कहा जाता है। भीमराव विश्व भर में उनके मानवाधिकार आंदोलन, संविधान निर्माण और उनकी प्रकांड विद्वता के लिए जाने जाते हैं। और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। इस मौके पर प्रधानाध्यपक, सहयोगी शिक्षकगण, शिक्षिकाएं तथा बच्चे मौजूद थे।
[स्रोत- निर्मल कुमार]