खेलो में भी अंधविश्वासियों की कमी नहीं है. आपको हर खेल मे ऐसे खिलाडी मिल जायेंगे जो अंधविश्वासी होते है. चाहे कोई खिलाडी एक ही टी शर्ट को बार बार पहनता है. या फिर कोई खिलाडी बाएँ पैर में पहले जूता पहनता है. अंधविश्वास आश्चर्यजनक रूप से फुटबॉल खिलाड़ी के बीच बहुत आम है. यहाँ हम आपको ऐसे फुटबॉल खिलाड़ियो के बारे में बताएँगे जो अंधविश्वास में बहुत विश्वास करते है.
क्रिस्तिअनो रोनाल्डो
रियल मैड्रिड के सुपरस्टार और चार बार के बैलोन डी ‘आर विजेता और फुटबॉल के इतिहस के महानतम खिलाड़ियों में से एक रोनाल्डो ने एक बार बताया था की वो मैदान की घास पर अपना दाहिना पैर पहले रखते है. पुर्तगाल के लिए खेलते वक़्त वो मैदान से निकलने वाले पहले खिलाडी होते है.
ऑस्ट्रेलियाई नेशनल टीम
1970 में अपना पहला मैच हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया को अपना अगला मैच ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेलना था. इस मैच से पहले ऑस्ट्रलिया के कुछ खिलाड़ियो ने एक तांत्रिक से ज़िम्बाब्वे की टीम के ऊपर जादू टोना करवाया और ऑस्ट्रेलिया ने यह फुटबॉल मैच 3-1 से जीत लिया.
डर्बी काउंटी
1895 में डर्बी काउंटी जब अपने नए स्टेडियम में पहुंची तो उनकी वजह से वहाँ रहने वाले कुछ स्थानीये लोगो को हटाना पड़ा. अपने बेघर होने से नाराज कुछ लोगो ने कथित तौर पर टीम को शाप दिया और कह कि दो बार प्रीमियर लीग की विजेता टीम एक और एफए कप कभी नहीं जीत पाएगी. इसका कुछ असर भी हुआ और काउंटी डर्बी टीम 40 साल तक एक और कप नहीं जीत पाई.
मिडलैंड पोर्टलैंड सीमेंट्स
2008 ज़िम्बाब्वे फुटबॉल टीम के कोच ने अपनी टीम के 17 खिलाडियों को बुरी नज़र से बचाने के लिए एक नदी में नहाने के लिए भेजा. 17 खिलाडी जो नदी में गए थे उनमें से सिर्फ 16 ही वापस आए और एक खिलाड़ी की मौत हो गयी. यह फुटबॉल के इतिहस में पहला ऐसा मामला था जब किसी खिलाड़ी की अंधविश्वास के कारण मौत हो गयी थी.