हरदोई- गौसगंज निवासी नेत्रहीन श्याम लाल दबंगों के अत्याचार के परेशान होकर गांव से पलायन का विचार करके आज पुलिस अधीक्षक हरदोई की चौखट पर पहुचे नेत्रहीन श्याम लाल ने बताया कि गांव के ही कुछ दबंग लोग उनके साथ मार पीट करते है और घर का सामान आदि भी तोड़ डाला लेकिन जब इसकी शिकायत लेकर श्याम लाल कासिमपुर थाने पहुचे तो कासिमपुर पुलिस ने भी श्याम लाल को कोई कार्यवाही किये बिना ही टरका दिया.जिसके बाद आज श्याम लाल पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुच कर अपनी समस्या बताई. तो पुलिस अधीक्षक ने जांच कराकर कार्यवाही की बात कही है. लेकिन सवाल ये उठाता है कि आखिर पुलिस के समाने ऐसी क्या मजबूरी आ जाती है कि वो दबंगों पर कार्यवाही से कतराती रहती है. यह तो शायद पुलिस विभाग ही जाने लेकिन आज की घटना कही न कही योगी के प्रशासन को चुनौती जरूर दे रहा है कि एक नेत्रहीन को पुलिस अधीक्षक के पास कार्यवाही के लिए जाना पड़ा.
मामला गौसगंज चौकी थाना कासिमपुर का है गौसगंज निवासी श्यामलाल पुत्र रामलाल उम्र 62 ने बताया कि उनके विपक्षी ईश्वरी पुत्र बुझा, बसंत पुत्र नन्नू, श्री लाल पुत्र सोहन, शिवराम पुत्र मन्ना, पृथ्वीपाल पुत्र बेनी, रवि पुत्र पृथ्वीपाल ने नेत्रहीन श्यामलाल के घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की और घर में रखा सामान तोड़ दिया और धमकी देर चले गए.
इस सम्बन्ध में श्याम लाल अपनी अर्जी लेकर कासिमपुर पहुचे तो कासिमपुर पुलिस ने श्याम लाल को टरका दिया और कहा जाओ कार्यवाही की जायेगी. फिलहाल श्याम लाल की हालत देखकर भी कासिमपुर पुलिस को दया नहीं आई और टरका दिया. जिसके बाद श्याम लाल आज पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुच कर पुलिस अधीक्षक विपिन मिश्रा को अपनी समस्या बताई तो पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही की बात कही है.
श्याम लाल ने कहा कि अगर यहा से भी कोई कार्यवाही नहीं होती है तो वो लोग गांव से पलायन करने को मजबूर है. पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही का आश्वासन दिया है लेकिन ये सब क्या ऐसे ही चलता रहेगा और दबंग खुले आम आम जनमानस में भय और अत्याचार करते रहेगे आखिर क्यों पुलिस ऐसे लोगो पर कार्यवाही से कतराती रहती है और गरीब बेसहार लोगो को परेशान किया जा रहा है.
[स्रोत- लवकुश सिंह]