26 जनवरी के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में मारे गए चंदन के परिवार वालों को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया है. मगर परिवार वाले और अन्य लोग मृतक को एक शहीद का दर्जा दिलाने की जिद पर अड़े हुए हैं.
इस संबंध में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से कासगंज हिंसा में हुई चंदन की मौत के लिए दुख प्रकट करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि मृतक के परिवार वालों को कम से कम 50 लाख का मुआवजा प्रदान कराया जाए और घायलों के उपचार का भी उचित प्रबंध किया जाए. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने लिखा कि मामले में कोई भी निर्दोष सजा का भागीदार ना हो.
कासगंज की हिंसा दु:खद! मृत युवक के परिजनों को पचास लाख रुपये मुआवज़ा एवं घायलों के उपचार का प्रबंध करे सरकार। जान माल की सुरक्षा के साथ जनता के नुक़सान की भरपाई का हो इंतज़ाम। दबिश और कार्रवाई के नाम पर निर्दोषों पर ना हो अत्याचार।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 28, 2018
कासगंज में हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश सरकार को विपक्षियों ने काफी ताने दिए और कहा कि उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था तथा कानून व्यवस्था नाम मात्र की भी नहीं रही है. अब तक जो आरोपी पकड़े गए हैं क्या वह सही हैं या फिर निर्दोषों को ही जेल में बंद कर दिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में अब तक 112 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. गिरफ्तार हुए लोगों में से 31 अभियुक्त हैं जबकि अन्य 81 एहतियातन गिरफ्तार किए गए हैं और हिंसा के मामले में अब तक 5 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं जो तीन कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर दर्ज हुए हैं.
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने कासगंज की घटना में मृत युवक चंदन गुप्ता के परिजनों को 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं।
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) January 28, 2018
उत्तर प्रदेश सरकार तथा उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक हालात काबू में है मगर रविवार रात्रि भी हिंसा का नजारा देखने को मिला और उपद्रवियों ने दुकानों में तोड़फोड़ के साथ-साथ आग भी लगा दी. हालांकि स्थानीय लोगों और पुलिस का यही कहना है कि धीरे-धीरे हालात काबू में किए जा रहे हैं.