डिप्रेशन क्या है-
डिप्रेशन को हिंदी में आवसाद कहा जाता है, डिप्रेशन एक मानसिक स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति की इच्छायें खत्म हो जाती है तथा जिंदगी जीने की चाहत समाप्त हो जाती है। डिप्रेशन में व्यक्ति लंबे समय तक दुखी रहता है वह अपने आप को एक जगह तक ही सीमित कर लेता है। डिप्रेशन किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। डिप्रेशन होने के कई कारण हो सकते हैं- जैसे प्यार में धोखा मिलना, अपनों से बिछड़ना, स्वास्थ्य ठीक ना रहना नौकरी या व्यवसाय में असफलता आदि।
कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर डिप्रेशन से छुटकारा पाया जा सकता है-
1- व्यायाम व ध्यान–:
रोजाना सुबह व्यायाम करने से न केवल शरीर सुडौल बनता है बल्कि मानसिक शांति प्राप्त होती है ध्यान व्यक्ति के मस्तिष्क को एकाग्र करता है नकारात्मक विचारों को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है, नियमित व्यायाम से शरीर में स्फूर्ति आती है।
2- इच्छाओं को कम कर दें-:
कई बार व्यक्ति की अपेक्षाएं कुछ ज्यादा बढ़ जाती है परंतु जब इच्छाऐ पूरी नहीं होती तो वह धीरे-धीरे अवसाद का शिकार होने लगता है उसके मन में यह बात बैठ जाती है कि उसे कोई प्यार नहीं करता या हमेशा उसके साथ ही गलत होता है इसीलिए किसी भी वस्तु या व्यक्ति से असीमित इच्छाओं की पूर्ति की उम्मीद ना करें।
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3- संगीत-:
संगीत हर मर्ज की दवा होता है, अवसाद से ग्रसित व्यक्ति को मन को शांति प्रदान करने वाला संगीत सुनना चाहिए, कोशिश करें कि हेडफोन लगाकर संगीत सुना जाए उससे किसी और को परेशानी भी नहीं होगी और आपका ध्यान पूरा ध्यान संगीत पर होगा।
4- व्यस्त रहें-:
खालीपन अवसाद का प्रमुख कारण होता है जब व्यक्ति ज्यादा समय तक अकेला होता है या उसके पास कोई काम नहीं होता तो उसके मन में तरह-तरह के विचार आने लगते हैं जिसमें 70 फ़ीसदी विचार नकारात्मक होते हैं। एक कहावत है खाली दिमाग शैतान का घर होता है इसीलिए कहीं ना कहीं खुद को व्यस्त रखें।
5- संगति-:
किसी भी व्यक्ति के जीवन में संगति का बहुत बड़ा हाथ होता है व्यक्ति जैसे समूह में रहता है वह वैसा ही बन जाता है इसीलिए अच्छे लोगों के साथ रहे, सकारात्मक विचारधारा के लोगों के साथ रहने से मस्तिष्क में पॉजिटिव एनर्जी जाती है तथा किसी भी व्यक्ति या वस्तु के बारे में सकारात्मक राय बनने लगती है।