ये दुनिया भी बड़ी कमाल की चीज़ है, अगर कोई खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा हो तो सब उसकी वाह-वाही करते हैं उसकी तारीफ करते हैं और उसके फैन बन जाते हैं. यदि वही खिलाड़ी एक या दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन ना करें और उसके टीम हार जाए तो उस पर तरह-तरह के सवाल उठने लगते हैं यहां तक कि उसे रिप्लेस करने तक की बात कही जाने लगती है या उसे संंयास लेने की सलाह दी जाती है. कुछ ऐसा ही भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ हो रहा है.दरअसल में 4 नवंबर को राजकोट के मैदान में भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज का दूसरा टी20 मैच खेला गया जिसमें न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 40 रनों के बड़े अंतराल से हराकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली. इस मैच में हार की वजह सभी क्रिकेट फैंस महेंद्र सिंह धोनी को मान रहे हैं सभी का यह मानना है कि महेंद्र सिंह धोनी ने मैच में बड़े शॉट नहीं लगाए इस वजह से रन बनाने का औसत लगातार बढ़ता चला गया और अंत में भारतीय टीम मैच हार गई.
परंतु यह साफ-साफ कहना बिल्कुल भी सही नहीं है कि इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी की वजह से भारतीय टीम हारी क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी ने इस मैच में 37 गेंदों में 49 रन बनाएं जिसमें 3 गगनचुंबी छक्के भी शामिल हैं. हालांकि शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी ने काफी धीमी बल्लेबाजी जरूर की उस समय टीम को तेजी से रन बनाने की जरूरत थी, बाद में महेंद्र सिंह धोनी ने भरपूर कोशिश की बड़े-बड़े शॉट खेलने की परन्तु हर बार नाकाम हो रहे.
इसके बाद क्रिकेट की दुनिया में जैसे मानो भूचाल आ गया हो हर कोई महेंद्र सिंह धोनी को टीम से बाहर करने की सलाह देने लगा, ऐसे में भारतीय टीम के पूर्व कलात्मक बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने एनडीटीवी के साथ इंटरव्यू में कहा “अब वह समय आ गया है जब महेंद्र सिंह धोनी को टी20 में युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी का अंतर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट अब बहुत दिनों का नहीं रह गया है इसलिए उन्हें नए-नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए जिससे कि वह अपने आपको को परिस्थिति के अनुसार ढाल सके और भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाइयों पर ले जा सके”.
वहीं दूसरी ओर पूर्व खिलाड़ी अजीत अगरकर ने भी ईएसपीएन क्रिकइन्फो के साथ बातचीत में कहा कि मेरा मानना है भारत को टी20 मैचों के लिए अब महेंद्र सिंह धोनी का विकल्प तलाशना शुरू कर देना चाहिए.