यूपी में मुख्यमंत्री को लेकर भले ही असमंजस हो, लेकिन शपथ ग्रहण का वक्त और इसकी जगह तय कर दी गई है. रविवार को शाम 5 बजे लखनऊ में बीजेपी की सरकार का शपथ ग्रहण होगा. कांशीराम स्मृति उपवन में मुख्यमंत्री के साथ कई और मंत्री भी शपथ लेंगे.
पूरा हिंदुस्तान जानना चाहता है कि आखिर नरेंद्र मोदी और अमित शाह की जोड़ी किसे यूपी के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाएगी? सीएम की रेस वैसे कई नाम शामिल है राजनाथ सिंह, केशव प्रसाद मौर्य, योगी आदित्यनाथ, मनोज सिन्हा समेत कई नामों पर गुना-भाग चल रहा है.
उत्तर प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा ? लखनऊ से लेकर दिल्ली तक इसी सवाल का शोर सुनाई पड़ रहा है. सभी जानना चाहते हैं कि बीजेपी आलाकमान की पहली पसंद कौन है. लेकिन पार्टी का कोई नेता पत्ते खोलने को तैयार नहीं. भले ही मनोज सिन्हा का नाम प्रबल दावेदार के रुप में सामने आ रहा है, मगर कोई खुलकर बोलने को तैयार नहीं. पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के इस बयान से असमंजस और बढ़ गया कि सीएम का नाम केशव प्रसाद मौर्य तय करेंगे.
आज को लखनऊ में विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इसमें मुख्यमंत्री को लेकर विधायकों की राय ली जाएगी. मीटिंग में वेंकैया नायडू और भूपेंद्र यादव पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे, सबकी नजरें इस बात पर टिकी है कि इस बैठक में आखिर किस नेता के नाम की पर्ची निकलेगी ?
मोदी और अमित शाह की जोड़ी चौंकानेवाले फैसले के लिए जानी जाती है, इसलिए जाट बहुल हरियाणा में बीजेपी ने पंजाबी समुदाय के मनोहर लाल खट्टर को सीएम बनाया. आदिवासी बहुल झारखंड में गैर आदिवासी रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाया. मराठा बहुल महाराष्ट्र में ब्राह्मण चेहरे देवेंद्र फड़नवीस को सीएम बनाया.
उत्तर प्रदेश के जनादेश को पीएम मोदी विकास की राजनीति की जीत बता चुके हैं. ऐसे में बीजेपी जाति-जमात के समीकरण को दरकिनार कर ऐसे नेता को मुख्यमंत्री बना सकती है जिस पर पीएम मोदी को पूरा भरोसा हो.