राज कपूर की क्लासिक्स फ़िल्में “मेरा नाम जोकर” और “संगम” आखिरी दो फिल्में होंगी, जिन्हें रिगल थियेटर में दिखाया जाएगा क्योंकि आठ दशक तक लोगों का मनोरंजन करने वाले इस थिएटर का पर्दा हमेशा के लिए गिरने वाला है. जी हाँ अपने बिलकुल सही सुना है. सेंट्रल दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित यह थिएटर आर्किटेक्ट वाल्टर साइकेस जॉर्ज द्वारा डिजाइन किया गया था और 1932 में खोला गया था. थियेटर के मालिकों में से विशाल चौधरी ने कहा कि उन्होंने बहुत प्रशंसक से यह अनुरोध किया है की थियेटर के बंद होने से पहले राज कपूर की फिल्मों को स्क्रीन पर दिखाया जाए. विशाल चौधरी ने थिएटर बंद होने के आखिरी दिन ‘मेरा नाम जोकर’ और ‘संगम’ को दिखाने का फैसला किया है. जब बहुत सारे फैन्स ने राज कपूर की फिल्मों के साथ थियेटर के पर्दे को नीचे लाने का अनुरोध किया.
विशाल चौधरी ने पीटीआई से बात करते हुए यह भी कहा है कि रीगल ने पृथ्वीराज कपूर और उनके बेटे राज कपूर दोनों के साथ एक महान सहयोग किया है. पृथ्वीराज जी अपने सभी नाटकों को रीगल थियेटर में करते थे और राज कपूर ने यहां अपनी सभी फिल्मों का प्रीमियर करने का आश्वासन दिया था. उन्हें थिएटर से बहुत लगाव था और नर्गिस जी भी उनके साथ कई बार यहाँ आया करती थी.
हालही में रिलीज़ हुई एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा की फिल्म ‘फिल्लौरी’ इस थिएटर में लगी हुई है, लेकिन शाम को “मेरा नाम जोकर” और रात के शो में “संगम” दिखाई जाएगी. इस थिएटर को काफी लोग पसंद करते हैं और उन्हें इससे काफी लगाव भी हैं. थियेटर के मालिकों ने इसे मल्टीप्लेक्स बनाने की योजना बना रहे हैं लेकिन विशाल कहते हैं कि वे अभी भी बातचीत कर रहे हैं और रेनोवेशन शुरू करने के लिए उन्हें एक साल या उससे ज्यादा समय भी लग सकता है. विशाल कहते हैं कि हमारे पास 60 प्रतिशत अनुमति है, लेकिन अभी हमने किसी के साथ इसे मल्टीप्लेक्स बनाने सौदा नहीं किया है. लेकिन हम एक धमाके के साथ वापस आना चाहते हैं और हम अपने दर्शकों को एक यादगार फिल्म दिखाने का अनुभव देना चाहते है.