फैसले से रेप पीड़िताओं को इंसाफ मगर हिंसा में हुई मौतों का जिम्मेदार कौन?

28 अगस्त 2017 कोर्ट के द्वारा सुनाये इस फेसले का देश की जनता पूरी तरह से समर्थन किया और कोर्ट ने एक बार फिर एतिहासिक फेसला सुनाते हुए बाबा राम रहीम को 20 साल की सज़ा सूना दी. एक ओर जहाँ बाबा के समर्थकों द्वारा विरोध किया जा रहा था तो वही दूसरी ओर पूरा देश कोर्ट के इस फैसले को इस देश के लोकतंत्र की जीत बता रहे है.Baba Gurmit Ram Rahim

इन बाबाओं द्वारा देश मे फैला रहे झूठी “आस्था” के नाम पर देश की जनता को गुमराह कर रहे ऐसे बाबाओं के प्रति रोष भी प्रकट कर रहे. देश की जनता का मानना हैं कि इन ढोंगी बाबाओं के ऐसे कार्यों से देश व हिन्दू धर्म की छवि पर बुरा असर पड़ रहा है । आज एक ओर जहाँ देश विकास की सीढियाँ चढ़ रहा हैं तो वही ऐसे बाबा देश के विकास मे रूकावट बनते नज़र आ रहे ।

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हम सभी जानते हैं कि ये बाबा देश की जनता को “आस्था ” के नाम पर गुमराह कर कितना लूट रहे हैं । देश की जनता का पैसा आज जहाँ देश के और जनता के काम आना चाहिए तो वही पैसा इन ढोंगी बाबाओं की अय्याशियों के काम आ रहा हैं. इनके द्वारा देश की भोली-भाली जनता का जमकर फ़ायदा उठाया जा ।

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आज इस फैसले से रेप पीड़िताओं को तो इंसाफ मिल गया मगर जो बाबा के समर्थको द्वारा की गयी हिंसा का शिकार हुए उनकी मौत का जिम्मेदार कौन हैं. आखिर देश की जनता क्यों ऐसे बाबाओं के बहकावे मे आ जाती हैं और अंधविश्वासों से घिर जाती हे।

[स्रोत – कमलेश चौहान]

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