उत्तर प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अखिलेश यादव सरकार द्वारा बनाए गए गाजियाबाद में आला हजरत हाउस को सीज कर दिया गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा निर्माण किए गए एक और ड्रीम प्रोजेक्ट को सील कर दिया गया है जिसके बाद विपक्षियों में हड़कंप मचा हुआ है. हालांकि है कोई पहली बार नहीं है जब सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्व सरकार के फैसलों को निरस्त किया गया हो.समाजवादी पार्टी सरकार में गाजियाबाद में करोड़ों रुपए की लागत लगाकर हिंडन नदी के तट पर आला हजरत हाउस बनाया गया था. सपा सरकार के जाते ही अब प्रशासन ने इसे सील कर दिया है. जिला प्रशासन ने बताया है कि हज हाउस में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया था और हिंडन नदी में यहाँ से निकलने वाला पानी जा रहा था जो भूजल और हिंडन नदी के पानी को गंदा कर रहा था.
Ghaziabad Haj House sealed after an order of National Green Tribunal (NGT) as it did not have a Sewage Treatment Plant and it's effluents were polluting Hindon river and underground water. pic.twitter.com/1dxVPmfHdG
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 21, 2018
हालांकि मौके पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप पांडे ने जानकारी दी है कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के लगने के बाद हज हाउस फिर से खुल सकता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सपा सरकार के दौरान गाजियाबाद में हिंडन नदी के किनारे बने हज हाउस का उद्घाटन उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और आजम खान ने साथ मिलकर किया था.
एनजीटी ने संबंध में किया था नोटिस
आला हजरत हाउस के संबंध में एनजीटी ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया था. एनजीटी ने यह नोटिस एक याचिका पर जारी किया जिस याचिका में आरोप लगाया गया था कि गाजियाबाद में हिंडन नदी क्षेत्र में नियमों का उल्लंघन कर आलाहजरत हाउस का निर्माण कराया जा रहा है और इसी के साथ इस याचिका में निर्माणाधीन 7 मंजिला हज हाउस को तोड़ने का आवेदन किया गया है जिस पर कार्यवाही की जा रही है.