हरदोई- जनपद के बेहंदर ब्लाक के गाँव भटौली में चूल्हे की चिंगारी से आठ घर जलकर राख हो गए ग्रामीणों ने किसी प्रकार से आग पर काबू पाया देर रात तक आग बुझाई जाती रही आग लगने से करीब 10 लाख रूपए से ज्यादा का नुकसान होने के अनुमान लगाए जा रहे है।
ग्रामीणों ने निजी नलकूपों से पानी डाल कर किसी तरह से आग पर काबू पाया। घटना करीबी दो बजे दोपहर की है जब भटौली निवासी रसूले पुत्र टिक्कू के घर से चूल्हे की चिंगारी ने कोहराम मचा दिया जलने वाले घर वंशीलाल पुत्र कल्लू, कल्लू पुत्र रामचरन, सुबेदार पुत्र दिग्गज, मुरारी पुत्र टिक्कू, बबल पुत्र सुमेर, गजराज पुत्र पेम्मा, राजेंद्र पुत्र सुमेर और नरेश पुत्र हीरालाल आदि के घरो में पड़े छप्परो में आग लग गई देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया।
ग्रामीणों में घरो में फसे लोगो को काफी मशक्कत करके बाहर निकाल आग में गृहस्थी का सामान मुरारी के घर में रखा चार क्विंटल अनाज, कपड़े, चारपाई, भूसा जल गया, पांच हजार नगद और बीस हजार के जेवर भी जल गए। राजेंद्र के घर में रखा पांच क्विंटल अनाज जल गया।
गृहस्थी भी राख हो गई। सुबेदार के घर में रखा आठ क्विंटल अनाज, बिस्तर, गृहस्थी का सामान भी जल गया। रसूले के घर में रखा आठ क्विंटल अनाज, एक साइकिल, एक क्विंटल दलिया, सिलेंडर आदि सामान जल गया। वंशीलाल के घर में रखा छह क्विंटल अनाज, पांच हजार रुपये, रजाई, गद्दे, चारपाई जल गए।
बेटी की शादी करने के सारे सपने हुए चूर आग की चपेट में कल्लू का घर भी आ गया। मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था आग लगाने से सारी गृहस्थी राख होने के साथ कल्लू के बेटी की शादी करने का भी सपना टूट गया कल्लू के परिवार में दो बेटियां पुष्पा (16) और लक्ष्मी (18) हैं।
कल्लू बेटियों का रिश्ता तलाश रहा था जिसके लिए उसने सारी तैयारी लगभग पूरी भी कर ली थी और बहुत सारा सामान भी इक्कठा कर लिया था। उसने 10 क्विंटल गेहूं, पांच क्विंटल धान, दो नए तख्त, के अलावा अनाज की बोरियां और चार लाख रुपये रखे दो लाख रुपये कल्लू ने अपने करीबी रिश्तेदार से उधार जेवर के लिए थे वो भी आग में जल कर राख हो जाने से कल्लू के साथ पत्नी फूला, कल्लू की मां जयदेवी। का रो रो कर बूरा हाल था तो वही पर अपना घर जलता देख लक्ष्मी और पुष्पा बेसुध सी आँखों से आसू टपक रहे थे इन बच्चियों को चाची व् ग्रामीणों ने किसी तरह से संभाला।
आग बुझने के बाद पहुची दमकल गाडी और पुलिस
आग लगने के बाद ग्रामीणों ने दमकल गाडी और पुलिस को सूचना दी लेकिन कोई भी मौके पर नहीं पहुचा जिससे ग्रामीणों में गुस्सा देखने को मिला ग्रामीणों ने आग बुझाने के लिए अपनी पूरी टाक झोक कर आग पर काबू पा लिया उसके बाद दमकल विभाग की गाडी पहुची तब तक आग बुझ चुकी थी और दमकल कार्मियो ने टैंक में उपलब्ध पानी से बुझी आग को बुझा कर चलते बने और बाद में कासिमपुर पुलिस भी पहुची लेखपाल ने किया नुकसान का किया आकलन क्षेत्रीय लेखपाल शशिकांत ने मौके पर पहुच कर नुकसान का आकलन करने के बाद बताया कि अगिभनकांड में पीड़ितों जो भी नुकसान हुआ है वो बताया गया है, उसे मने अपने रजिस्टार में दर्ज कर लिया है और आकलन की आख्या तहसीलदार के माध्यम से उपजिलाधिकारी को भेजने की बात कही है।
[स्रोत- लवकुश सिंह]