BJP और शिवसेना की अनबन सभी के सामने थी और आशंका जताई जा रही थी कि जल्द ही है गठबंधन टूटने वाला है और वैसा ही हुआ 23 जनवरी को शिवसेना ने एक बड़ा ऐलान जारी करते हुए 2019 में अकेले ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है. शिवसेना के इस ऐलान की जानकारी पार्टी के नेता संजय राउत ने सार्वजनिक करते हुए बताया कि शिवसेना की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला हुआ है हालांकि महाराष्ट्र सरकार से गठबंधन अभी बरकरार है.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दो दशक से अधिक समय से शिवसेना द्वारा केंद्र तथा भाजपा को काफी समर्थन दिया गया है और महाराष्ट्र में दोनों पार्टियों की मिली जुली सरकार है भाजपा और शिवसेना का मनमुटाव सभी के सामने था और आज वह ऐलान हो ही गया जिसका बहुत दिनों से इंतजार हो रहा था. और अब शिवसेना अपने ही दम पर विधानसभा चुनाव तथा लोकसभा चुनाव लड़ेंगे.
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हिंदुत्व के लिए शिवसेना अलग-अलग राज्यों में चुनाव लड़ेगी और लोगों को जागरुक भी करेगी कि धर्म की राजनीतिक में आकर गलत कदम ना उठाएं जो सही है उसी का साथ दें.
बैठक में एक और अहम फैसला लिया गया जिसमें आदित्य ठाकरे को पार्टी में नंबर 2 का स्थान प्राप्त हुआ और आदित्य ठाकरे शिव सेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता करेंगे. अपने आक्रामक तेवर और तेज तर्रार आवाज के लिए जाने जाने वाले आदित्य ठाकरे कई बार विवादों में फंस चुके हैं.