दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को सीलिंग से बचाने हेतु मुख्यमंत्री हाउस पर बीजेपी नेताओं के साथ एक बैठक बुलाई थी मगर यह बैठक देखते ही देखते अखाड़े में बदल गई और जमकर तू-तू मैं-मैं हुई है यहां तक कि bjp के नेताओं का यह भी कहना है कि उनके साथ धक्का-मुक्की की गई है.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली वासियों को सीलिंग से बचाने के लिए बीजेपी की ओर से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र भेजा गया था कि सभी bjp सांसद विधायक में नेता सीलिंग पर बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री निवास पहुंचेंगे. इस बात पर CM का कहना था कि बीजेपी नेता और हम सब मिलकर उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने चलेंगे तथा इस मुद्दे पर समाधान निकालेंगे.
मगर मामला उलट हो गया दोनों के मिलकर साथ काम करने की वजह यहां धक्का-मुक्की होने लगी. बीजेपी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के नेताओं सहित पार्टी विधायक भी पहले से बुला रखे थे और कहा गया है कि मीटिंग में मीडिया को भी आने की इजाजत दे रखी थी जिस बात पर बीजेपी नेता खासे नाराज हुए और बीजेपी नेताओं का कहना था कि वह मीटिंग केवल मुख्यमंत्री के साथ करना चाहते हैं. इस बात को लेकर खांसी बहस हुई और बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी 5 सांसदों, विधायकों सहित मीटिंग से वापस चले आए.
मनोज तिवारी का कहना है कि मीटिंग के नाम पर हम से धक्का-मुक्की में अभद्रता की गई है जिसकी शिकायत हम दिल्ली पुलिस से करेंगे मगर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बीजेपी नेता सबके सामने सीलिंग पर बात करना नहीं चाहते थे और जिस पर उन्होंने बवाल कर दिया और मीटिंग से बाहर चले आए और रही बात मनोज तिवारी द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की तो मीटिंग में केवल बहस हुई है कोई धक्का-मुक्की नहीं हुई है.
इतना ही नहीं अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के लोगों को सीलिंग से बचाने के लिए दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी चाहे इसमें कोई हमारा साथ दे या ना दे मगर हम यह लड़ाई जारी रखेंगे.