आर्थराइटिस ऐसी बीमारी है जो एक लग जाये तो ज़िन्दगी भर परेशान करती है, वैसे तो यह बीमारी अक्सर लोगों को 40 से 45 उम्र के होती है. लेकिन आजकल के लाइफस्टाइल को देखकर यह बीमारी उम्र से पहले ही लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. वैसे तो इस बीमारी की चपेट में महिलाओं आती है लेकिन इस समय यह बीमारी पुरुषों को भी अपना शिकार बना रही है. बता दें इस बीमारी में लोगों का चलना फिरना बेहद मुश्किल हो जाता है.
इसमें जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है और शरीर के अंग में सूजन भी आना शुरू हो जाती है. वैसे तो आर्थराइटिस कई तरह के होती है. लेकिन ज्यादातर लोग ऑस्टियो आर्थराइटिस और रुमेटॉयड आर्थराइटिस की ही चपेट में आते है. बता दूँ ऑस्टियो आर्थराइटिस का असर उंगलियों, घुटनों और हिप्स पर होता है, वही रुमेटॉयड आर्थराइटिस में हाथों और पैरों में दर्द होने लगता है. कई बार तो लोगों इसका दर्द बर्दास्त नहीं कर पाते है. इसके उनकी रातों की नींदें में हराम हो जाती है. वैसे तो इसका इलाज करने के कई तरह पैनकिलर बाज़ार में मौजूद होते है.
जिनको खाने से इस दर्द से निजात को मिल जाती है लेकिन इस बीमारी को जड़ से ख़त्म नहीं किआ जा सकता है. लेकिन फिर भी आप अगर अपने खान-पान पर ध्यान रखें तो इसके दर्द में राहत मिल सकती है. तो आज हम आपको ऐसे ही फूड्स के बारे में बताने जा रहें है जिनका सेवन ना करने से आप आर्थराइटिस से होने वाले दर्द में राहत पा सकतें है.
अल्कोहल:
जैसा की हम सब जानते है की अल्कोहल का सेवन आम तौर भी करना हमारी सेहत के लिए हानिकारक होता है. लेकिन ऐसे आर्थराइटिस होने पर इसका सेवन करना आपके लिए कितना खतरनाक साबित हो सकता है. इसका सेवन करने से जोड़ों में दर्द और तेज होने लगता है. इसलिए जितना हो सकतें इसके सेवन से बचें.
शुगर:
शुगर खाने से हमारे शरीर में कैलोरी काउंट्स वैसे भी बढ़ जाते है. इसलिए शुगर का सेवन जितना कम से कम हो सकें करना चाहिए. ज़रूरत से ज़्यादा कोई भी चीज़ शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है, आर्थराइटिस होने पर शुगर का ज्यादा सेवन करने से सूजन बड़ सकती है. इसलिए जिन प्रोडक्ट्स में शुगर मात्र अधिक होती है उनसे बचना चाहिए, केक, सोडा, चॉकलेट, मैदा आदि जैसी चीजों का सेवन करने से बचें.
तेलीय भोजन या पैकेज्ड फूड:
ज्यादा तेल में बना हुआ खान हमारे स्वास्थ के लिए बेहद हानिकारक होता है. लेकिन एक रिसर्च के मुताबिक अगर खान ज्यादा तला हुआ हो और पैकेज्ड खाना जैसे- फ्राइड मीट, फ्रोज़न वेजिटेबल्स का सेवन नहीं किया जाए और इसके बजाय ताजे फाल और सब्जियां खाई जाए, तो सूजन और दर्द को कम किया जा सकता है.