प्रसिद्ध ब्रिटिश मेडिकल जर्नल लांसेट के हालिया अनुसन्धान के अनुसार भारत में वर्ष 2015 में वायु प्रदूषण से 25 लाख लोगों की मौत हुई है जो कि विश्व में सर्वाधिक है। महानगर के लोग जहां इस रिपोर्ट को लेकर बहस में उलझे हुए हैं, वहीँ बीकानेर जिले की छतरगढ़ तहसील के दूरस्थ गांव रामनगर के ग्रामीणों ने वायु प्रदूषण का प्रभावी उपाय सुझाते हुए एक अनूठा कार्य किया है।
ग्रामीणों ने मशहूर बॉक्सर विजेंदर सिंह के जन्म दिन पर गांव के प्रत्येक घर व सार्वजनिक स्थानों पर पारिवारिक वानिकी के तहत 1100 पौधों का रोपण किया है। पारिवारिक वानिकी के प्रणेता पर्यावरण समाजशास्त्री श्यामसुन्दर ज्याणी ने बताया कि इस पौधारोपण द्वारा रामनगर गांव यह सन्देश देना चाहता है कि जब देश में हवा शुद्ध होगी तभी तो स्वस्थ खिलाडी पैदा होंगे। और हवा की शुद्धता के लिए अधिकाधिक पेड़ जरूरी है।
गांव के युवा व डूंगर कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विजय पाल बेनीवाल ने बताया कि हमारे गांव में पेयजल की कोई व्यवस्था नही है पीने का पानी भी गांव वासी सिर पर लाते हैं और सिर पर पानी लाकर ही इन सब पौधों का पालन पोषण करेंगे। गाँव की महिलाओं ने स्कूल में मटकों से पानी डालकर पौधारोपण किया है।
कार्यक्रम में सरपंच नरेश मेघवाल, मालूराम सिधु, पूर्व सरपंच सुगनाराम मूंड, हेतराम ढगरवाल, ओम प्रकाश मूंड,चुनाराम सारण,ईश्वर राम सुथार, जेठाराम गोदारा, बाबूलाल शर्मा, मामराज बिजारणिया, कोजूराम नाई, रामचन्द्र नायक, बालुराम मेघवाल के नेतृत्व में पूरे गांव ने पौधारोपण कार्य में भाग लिया।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]