अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मुख्य अतिथि के रुप में निमंत्रित किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. एएमयू छात्र संगठनों का कहना है कि हम विश्वविद्यालय परिसर में किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं घुसने देंगे जो संघी मानसिकता रखता हो.अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय संघ सचिव ने इस मामले के संबंध में विश्वविद्यालय प्रशासन को खत लिखते हुए कहा है कि हम राष्ट्रपति का विरोध नहीं कर रहे हैं मगर हम उन सभी लोगों का विरोध करते हैं जो संघी मानसिकता रखते हैं और यह मानवता के खिलाफ है.
Not opposing Pres, we oppose 'sanghi' mindset. In 2010 Pres said Muslims & Christians are alien to country, that bothers us till date but we welcome Pres. No other person with 'sanghi' mindset will be allowed to enter, those coming as per protocol can come: AMU Student Union Secy pic.twitter.com/8nCs3INxIs
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 24, 2018
इतना ही नहीं छात्रसंघ सचिव ने रामनाथ कोविंद के विवादित बयानों को भी उजागर किया है छात्रसंघ सचिव का कहना है कि 2010 में रामनाथ कोविंद ने मुस्लिम और ईसाइयों को लेकर विवादित बयान भी दिए हैं जिसमें रामनाथ कोविंद ने मुस्लिम और ईसाइयों को देश के लिए एलियन बताया था और यह बात हमें अब तक चुभती है.
हालांकि छात्र संघ ने भारत के राष्ट्रपति का स्वागत किया है मगर संघी मानसिकता वाले अन्य व्यक्तियों के प्रवेश को लेकर खांसी नाराजगी जताई है और कहा है कि जो लोग प्रोटोकॉल से आ रहे हैं उन सभी का स्वागत है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 7 मार्च को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का 65 वां दीक्षांत समारोह है एएमयू के कुलपति तारिक मंसूर ने इस बात को सार्वजनिक किया था कि दीक्षांत समारोह में भारत के राष्ट्रपति ने आने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है.