वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की स्थापना 1971 में यूरोपियन प्रबंधन के नाम से जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत प्रोफेसर क्लॉस एम श्वाब द्वारा की गई थी। उस वर्ष यूरोपियन कमीशन और यूरोपियन प्रोद्योगिकी संगठन के सौजन्य से इस संगठन की पहली बैठक हुई थी ।
युरोप का सबसे बडा शहर दावोस है । समंदर के स्तर से 5120 फिट ऊपर स्तिथ है । दावोस की कुल लोकसंख्या 11000 हजार है । दावोस में हरसाल होता है आईस हॉकी टुर्नामेंट । दावोस शहर एक बहोत पॉपुलर टूरिस्ट प्लेस भी है । स्विट्ज़रलैंड की ठंडी वदियॉ में ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’ जब तक है जहाँ जैसी रोमँटिक फिल्म की शूट हुआ है ।
स्विट्ज़रलैंड के दावोस में सोमवार से शुरू हो रहे फ़ोरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे दो दशक के बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री पहली बार वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम में भाग लेगा.1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा इकॉनोमिक फ़ोरम में गए थे ।
फोरम में पाक के पीएम शाहीद खाकान अब्बासी, चायना के राष्ट्रपती शी जिनपिंग हिस्सा लेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस साल का पहला विदेश दौरा विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फ़ोरम की 48वीं सालाना बैठक से शुरू हो रहा है.जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और आत्म केंद्रित होना डाटा नियंत्रण बना चुनौती अर्थजगत की हस्तियां वहां इकट्ठा होती हैं और भावी आर्थिक स्थितियां क्या रहेंगी वहां से उसकी दिशा तय होती हैं ।
प्रधानमंत्री मोदी स्विट्ज़रलैंड के राष्ट्रपति आलें बेख़सिट के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे.दावोस में कुल 2000 कम्पनी मीटिंग के 400 से 500 सेशन होंगे 80 देशों के प्रमुखों के साथ 350या 400 नेता हिस्सा लेंगे । भारतीय खाने का लुफ्त उठाने के लिये 32 शेफ और 1000 किलो का मसाला लेके जाने वाले है ।
दावोस में योग गुरु रामदेव बाबा के शिष्य अपने योग कला उपस्थित लोगों को दिखायेगें । आर बी आई के गवर्नर राघू राम राजन संबोधित करेंगे । पियुष गोयल पोस्ट एस्टेब्लिशमेंट पॉलिटिक्स पर संबोधित करेंगे। किर्स्टल अवार्ड से सन्मानित शाहरुख खान भी रहयेंगे ।
इसमें सात महिलाओं को भी मिली जिम्मेदारी महिला के नाम इस प्रकार है । किर्स्टिन लेन्गर्ड, गिनी ऎमिती, शैरन बरो, फैबिला जीओनोटी, इचाबेल कोचर, चेतना गाला सिन्हा दुनिया की सबसे चुनौतियां हमारा रास्ता रिफोर्म, परफोर्म और ट्रांसफोर्म का है ।
[स्रोत- बाळू राऊत]