समय समय पर पाकिस्तान अपनी नापाक हरकत से भारत को परेशान करने में लगा रहता है चाहे आतंकियों की घुसपैठ करानी हो या सीजफायर का उल्लघंन हो, लेकिन इस बार पाकिस्तान नए हथियार के साथ अपनी नापाक हरकत को अंजाम दे सकता है, पाकिस्तान अपने दुश्मनों के खिलाफ रसायनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है.
इस शक को देश के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के दिए बयान को बल मिला है, डीआरडीओ के कार्यक्रम में पर्रिकर ने कहा, अफगानिस्तान और उत्तरी हिस्सों से कई ऐसी रिपोर्ट आ रही है, जहां मैंने तस्वीरों में देखा कि स्थानीय लोग शरीर पर चकत्ते या किसी तरह के केमिकल हथियार से प्रभावित नजर आते हैं.
पाकिस्तान द्वारा अफगानिस्तान सीमा से सटे इलाके में आतंकियों के खिलाफ कई ऑपरेशन चलाए जाने की बात सामने आई थी रक्षा मंत्री पर्रिकर ने यह भी कहा कि वह इस समय इस मुद्दे की पुष्टि नहीं कर सकते, लेकिन देश को किसी भी किस्म की जंग के लिए तैयार रहना जरूरी है, पर्रिकर ने कहा कि देश पर न्यूक्लियर, केमिकल हमले का खतरा हो या न हो, लेकिन देश भविष्य में किसी भी आशंका से निपटने के लिए तैयार है.
पर्रिकर ने सेना को डीआरडीओ की बनाई तीन चीजें सौंपी, वैपन लोकेटिंग रेडार स्वाति, जो दुश्मन के हथियारों की मौजूगी तलाश कर उन्हें तबाह करने के लिए गाइड करेगा, एनबीसी रेकी वीइकल, जो न्यूक्लियर और केमिकल हथियारों की मौजूदगी का पता लगाने वाला वाहन है, एनबीसी मेडिकल किट न्यूक्लियर, केमिकल हथियारों के प्रभावों से बचाने वाली दवाएं है, इस मौके पर आर्मी चीफ बिपिन रावत ने डीआरडीओ की जमकर तारीफ की.