कभी कभी हमें कुछ सीखे कोई ऐसा इंसान दे जाता है जो हमारे साथ हमेशा से प्रगति के पथ पर हमारे बेहतर निर्माण के लिए सहायक होती है। ऐसी ही एक सीख हमारे निवर्तमान राष्ट्रपति ने वर्तमान सरकार को दी है, जिसमें उन्होंने मोदी सरकार को अध्यादेश बार-बार लाने की बातों पर चोट की है। प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अध्यादेश हमेशा विषम परिस्थितियों में ही लाना चाहिए ना कि हर छोटी-छोटी चीजों का हल इसके जरिए निकालना चाहिए।
सांसद भवन में आयोजित उनके विदाई समारोह में उन्होंने यह बात रखी। साथ ही यह भी कहां की अध्यादेश केवल अपरिहार्य परिस्थितियों में ही लाना चाहिए ना की वित्त संबंधी किसी भी मसले को लेकर लाना चाहिए।
यह बात प्रणब मुखर्जी ने मोदी सरकार के शत्रु संबधी अध्यादेश को पांच बार लाने के चलते कही, क्योंकि इस पर विपक्ष की तरफ से एतराज जताया गया था।
बता दें कि रविवार को संसद भवन के सेंट्रल हॉल में पूर्व महामहिम को उनका कार्यकाल पूरा होने के बाद विदाई दी गई थी। हॉल में आयोजित विदाई समारोह में उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी सहित देश के सभी गणमान्य जन जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन एवं दोनों सदनों के सांसद मौजूद थे।
बता दे कि निवर्तमान राष्ट्रपति का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है। उनकी जगह राष्ट्रपति पद पर करीब तीन लाख वोटों से विजई होकर आए, नये राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद लेंगें। जिनके शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां शुरू हो चुकी है।
 
            
 
		













































