राजगढ़ (सादुलपुर) में 22 अप्रैल को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 69 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसके लिए तीनों न्यायालयों की पृथक पृथक बैंच गठित की गई। ताल्लुका विधिक सेवा समिति के विनोद कुमार के अनुसार अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश राजेश कुमार प्रथम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई लोक अदालत में 25 मामलों का आपसी राजीनामें से निपटारा किया गया।
इनमें दंड प्रक्रिया के चार तथा एमएसीटी के 21 मामले शामिल हैं। मोटर वाहन दुर्घटना दावों में 75 लाख 70 हजार रूपये के अवार्ड पारित किए गए। इसमें अभियोजन अधिकारी महेश नेहरा, न्यायालय के विनोद कुमार तथा लोक अदालत के सदस्य व्याख्याता रामकुमार पूनियां और एडवोकेट मदनचन्द जांगिड़ की सहभागिता रही।
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नरेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित लोक अदालत न्यायालय सहायक रामगोपाल खत्री, सदस्यगण अधिवक्ता प्रीतम शर्मा एवं ओमप्रकाश शर्मा की भागीदारी से सम्पन्न हुई। इसमें कुल 30 मामलों का आपसी राजीनामे से निस्तारण किया गया। जिनमें 18 परिवाद फौजदारी के, नौ प्रकरण धारा 138 के, दो प्रकरण बिना नम्बरी दीवानी, एक इजराय का मामला शामिल हैं।
धारा 138 के मामलों में 28 लाख 96 हजार 675 रूपये समझौता राशि के रूप में मौके पर ही जमा करवाए गए। प्रथम वर्ग न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय की पृथक लोक अदालत काफी समय बाद नव नियुक्त मंसिफ मजिस्ट्रेट अनिल पारवानी की अध्यक्षता में तथा सदस्यगण डाॅ. जयलाल झाझड़िया एवं एडवोकेट बलवीरसिंह तथा एडवोकेट अनुप सुरोलिया व पेशकार रामावतार की उपस्थिति में सम्पन्न हुई।
इसमें निपटाए गए 14 मामलों में एनआई एक्ट के सात, दांडिक प्रक्रिया के तीन, सिविल प्रकृति के चार मामले शामिल हैं। इनमें एनआई एक्ट के मामलों में 10 लाख 18 हजार रूपये तथा सिविल मामलों में 1 लाख 11 हजार रूपये की राशि तत्काल जमा करवाई गई।
लोक अदालत में स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की औद्योगिक क्षेत्र शाखा के प्रबन्धक सुनील कुमार तुन्दवाल, मुख्य शाखा प्रबन्धक नीरज कुमार, पंजाब नेशनल बैंक के प्रबन्धक बृजलाल खरोड़ तथा बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक के चूरू से आए प्रतिनिधि विजय कुमार गोस्वामी भी उपस्थित थे।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]