संसद का मानसून सत्र आज से शुरु हो रहा है. इस दौरान विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी कर रही है. कश्मीर पर सरकार का चुप रहना, गौरक्षको की गुंडागर्दी और भारत-सिक्किम-चीन विवाद ये सभी मुद्दे है जो विपक्ष की तरफ से सरकार को घेरेंगे.
सत्र शुरू होने से पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि सिक्किम मे चीनी सीमा पर विवाद बढ़ गया है. इसके लिए चीन जिम्मेदार है. यह देश की सुरक्षा से जुड़ता मामला है इसलिए विपक्ष इसे संसद मे जरूर उठाएगी. कश्मीर मुद्दे पर आज़ाद ने साफ तौर पर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने वहां बातचीत के सारे रास्ते बंद कर दिये हैं.
कांग्रेस साथ ही देश मे किसानो की आत्महत्या, कृषि संकट जैसे मसले को जोरशोर से उठाएगी. बीते साल महाराष्ट्र, पंजाब और उत्तरप्रदेश के किसानो ने आत्महत्या की जिसका मूल कारण किसानो पर कर्ज का बोझ था. इस साल भी किसानो की वही हालत है.
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सभी विपक्षी दलो की बैठक मे कांग्रेस और वामदलो समेत कई विपक्षी पार्टियो के नेताओं ने सरकार पर इन सभी मुद्दो पर जमकर निशाना साधा.
पीएम का किसानो को नमन
मानसून सत्र से पहले पीएम मोदी ने देश मे खेतीहर किसानो को नमन किया. साथ ही कहा कि यह मानसून सत्र जीएसटी की सफल वर्षा के साथ नई सुगंध और नई उमंग से भरा होगा.
कई विधेयक इस सत्र मे पेश करेगी सरकार
इस सत्र मे सरकार संसद मे 16 नए विधेयक पेश करेगी. जिसमे जम्मू-कश्मीर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक और नागरिकता संशोधन विधेयक शामिल हैं. इसके साथ ही बैंकिंग से जुड़े विधेयक, जीएसटी से जुड़े विधेयक, राष्ट्रीय जांच एजेंसी से जुड़े विधेयक आदि विधेयक शामिल है.
सरकार की कोशिश यह भी रहेगी कि वह राज्यसभा के 16 और लोकसभा के 9 लंबित विधेयको को जल्द पारित करवाए.