मुंबई में कुछ दिनों से चल रहे मनसे और फेरीवाले इनके बीच पद्पथ पर व्यापार कर स्थानीय पादचारीयों को हो रहे असुविधा के चलते मनसे और व्यापारीयों के बीच झगडे हो रहे थे. इस पर मनसे ने यह सुचना दी हैं.मनसे ने मुंबई महानगर निगम द्वारा घोषित हो चुके फेरीवाला क्षेत्र के संबंध में प्रशासन के लिए 19 समन्स और निर्देश जारी कर दिए गये हैं. आप ग्राहको को मार्शल की तरफ से फेरीवालों से गैर-कानूनी सामान खरीदते हैं, तो जुर्माना करने का सुझाव दिया है और बीएमसी अधिकार क्षेत्र में फेरीवालों के 15 वर्ष उम्र के अनिवार्य अधिवास राज्य की मांग की गई है.
फेरीवाले हॉकर्स नीति के लागू होने से पहले, नगर निगम ने मुंबई शहर और उपनगरों के बाज़ारों में फेरीवाला क्षेत्र को तय किया है और पूरे मुंबई में 22,000 बाकडे तय की हैं. इसके अलावा, समिति ने फेरावालों को समिति में एक सदस्य की नियुक्ति के लिए आपत्तियों और सुझावों को आमंत्रित किया है. मनसे के दादर-माहिम डिवीजन के प्रमुख यशवंत मारक के अनुसार, गुरुवार को महानगरपालिका आयुक्त अजय मेहता से मुलाकात की और मनसे से सुजाव पत्र प्राप्त किये.
मुंबई में, जहां भी महाराष्ट्र में 15 वर्ष का निवास प्रमाण पत्र अनिवार्य है, जहां कहीं भी नौकरी और व्यवसाय होता है. कारण अधिवास प्रमाणपत्र फेरीवाला सर्वेक्षण विचार करने के लिए इन फेरीवालों को लाइसेंस द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र बाध्यकारी करने का निर्देश दिया गया है. अपने लाभार्थियों के लिए दिव्यंग हॉकर्स को तबतक लाइसेंस परमिट प्रदान करें दिव्यांग की मृत्यु के बाद लाइसेंस के दुरुपयोग की संभावना होने के कारण, मनसे ने स्वयं ही इसका दुरउपयोग ना होने के बारे में सुझाव दिया गया है.
मनसे ने कहा कि उन क्षेत्रों में जहां कोई हॉकर्स क्षेत्र नहीं है, वहाँ उन्हें साप्ताहिक बाजार लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए. ऐसी मनसे की माँग है.
[स्रोत- धनवंत मस्तूद]