राजगढ़ (सादुलपुर) के रामबास स्थित श्याम हनुमान मंदिर परिसर में 21 मार्च को विधिक साक्षरता समिति के तत्वावधान में बुधवार को जल संरक्षण संबंधी विचार संगोष्ठी का आयोजन संपन्न हुआ। पुजारी रामकिशन अत्री के सानिध्य में हुए उक्त समारोह में काफी संख्या में लोग भी शामिल हुए।
इस संगोष्ठी को संबोधित करते हुए युवा अधिवक्ता प्रीतम शर्मा ने जल के महत्व को बताते हुए कहा कि यदि भविष्य में अगर चौथा विश्वयुद्ध होगा तो युद्ध पानी के लिए लड़ा जायेगा। इस चौथे युद्ध के होने के कारण को बताते हुए कहा कि जिस प्रकार जल का स्तर गिरता जा रहा है, साथ ही जल की कमी होती जा रही है और हम इसके प्रति सचेत नही हो रहे है, तो एक दिन हमारी ये लापरवाही ही इसका कारण होगी।
साथ ही कहा कि जल हमारे जीवन का आधार है,परंतु हम इसका सरक्षण के प्रति जागरूक नहीं है, हमे इसके लिए जागरूक होकर दुसरो को जागरूक करने एवम सरक्षण के प्रति सचेत होकर धरातल पर कार्य करना चाहिए। नगर पालिका के सेवानिवृत्त कार्यालय अधीक्षक सोहन सिंह गोदारा ने हर घर में कुंड होने तथा जल के पुनर्भरण की समुचित व्यवस्थाओं की आवश्यकता पर बल दिया। सामाजिक कार्यकर्ता श्याम जैन, रमेश शर्मा, डॉ. रतन लाल आदि ने भी जल के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित जनों से अपील की कि कोई भी मानव बिलकुल भी जल व्यर्थ नहीं जाने देने की का संकल्प लें।
सभी वक्ताओं ने कहा कि घरों में नलों पर टोंटियां नहीं होने के कारण बहुत बार पानी व्यर्थ बहता देखा जाता है, जो सभी के लिए गंभीर चिंतनीय बिंदु है। अपने आशीर्वचन में पंडित रामकिशन अत्री ने सभी को संकल्प दिलाया कि वे यथासंभव जल का संरक्षण करेंगे। उन्होंने ऐसे आयोजन के लिए विधिक साक्षरता समिति के साथ साथ मीडिया की सक्रियता के लिए भी धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विधिक साक्षरता समिति के राकेश सिंह तथा विनोद कुमार ने किया।
[स्रोत- विनोद रुलानिया]